आइएमएफ के सामने कर्ज के लिए गिड़गिड़ा रहे परमाणु शक्ति संपन्न पाकिस्तान के सामने अब घास खाकर गुजारा करने जैसे हालात हैं। आवाम से चाय नहीं पीने, एक बार खाना खाने और बिना बिजली गुजारा करने की अपेक्षा की जा रही है। इस बीच पाकिस्तान के हालात देख रूस को तरस आया और उसने 50 हजार टन गेहूं पाकिस्तान भिजवाया है। रूस की ओर से पाकिस्तान को 9 और खेप भेजी जाएगी। इस समय पाकिस्तान में आटे की कीमत 130 रुपए किलो तक पहुंच गई है। रूस के गेहूं भेजने से पाकिस्‍तान को बड़ी राहत महसूस हुई जो यूक्रेन युद्ध के बाद गेहूं की भारी किल्‍लत से जूझ रहा था। अब पाकिस्‍तान रूस से कुल 4,50,000 मिट्रिक टन गेहूं खरीदेगा।


आपको बता दें कि युद्ध के बीच पाकिस्तान ने यूक्रेन को बमों की सप्लाई कर रूस को बड़ा झटका दिया था, लेकिन फिर भी रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दरियादिली दिखाते हुए पाक की मदद की। पाकिस्‍तान के बाजार में गेहूं का स्‍टॉक बहुत कम हो गया है और जनता आटे के लिए तड़प रही है। पाकिस्‍तानी विशेषज्ञों ने चेतावनी दी थी कि अगर गेहूं की आपूर्ति नहीं सुधरती है तो आटे की कीमत और ज्‍यादा बढ़ जाएगी। इस बीच गिरती अर्थव्यवस्था को स्थिर करने को लेकर ऋण कार्यक्रम को फिर से शुरू करने के लिए बेताब, पाकिस्तान ने अगले वित्तीय वर्ष में उपभोक्ताओं पर पावर सरचार्ज लगाने की अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की मांग मान ली है।

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वहीं दूसरी ओर ये भी कहा जा रहा है कि आइएमएफ के कर्ज के इंतजार में दिनोंदिन कंगाल होते पाकिस्तान में अब परमाणु बमों की सुरक्षा से समझौता करने की दिशा में मंथन हो रहा है। मिलिट्री एक्सपर्ट ने सरकार को सलाह दी है कि कर्ज से उबरने के लिए वो चोरी छिपे परमाणु बमों को एक्सपोर्ट कर दे। विशेषज्ञ शरीफ सरकार को सलाह दे रहे हैं कि सरकार परमाणु हथियारों को लेकर खुलकर ईरान को ऑफर करे। कहा जा रहा है कि पाक के पास 150 वॉरहेड हैं। उसमें कुछ अगर इस्लामिक देशों को भी दे दिए जाएं तो उससे देश की सुरक्षा पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।