रूस के उपप्रधानमंत्री ततियाना गोलिकोवा ने सलाह दी है कि वैक्सीन लगने के बाद शराब पी तो इसका असर कम हो जाएगा। इसलिए वैक्सीन लगाए जाने के दो महीने बाद तक शराब पीने से परहेज किया जाना चाहिए। रूस में हाल ही में लोगों को स्पूतनिक-V वैक्सीन की खुराक देनी शुरू की गई है।

उपप्रधानमंत्री ततियाना गोलिकोवा के अनुसार, यह कोरोना वायरस के मरीजों के लिए बीमारी दूर करने वाला उपाय है। इस सलाह का मकसद लोगों की इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखना है। टीकाकरण के दो महीने बाद वैक्सीन अपना काम करना शुरू करेगी। उन्होंने कहा, ऐसे में दो महीने तक टीका लेने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्हें खान-पान में विशेष एहतियात के साथ-साथ भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचना चाहिए। साथ ही सैनेटाइजर और मास्क अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करना चाहिए।

वहीं, रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के गमालिया इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी के प्रमुख एलेक्जेंडर गिन्ट्सबर्ग की माने तो, शराब हमारे शरीर की इम्युनिटी को कम कर देती है। अगर कोरोना वैक्सीन लेने के बाद लोग शराब का सेवन करेंगे तो इससे टीके का प्रभाव कम हो सकता है।एलेक्जेंडर गिन्ट्सबर्ग ने कहा कि यह भी संभावना है कि टीके का प्रभाव खत्म हो जाये। इस बारे में कंज्यूमर सेफ्टी वॉचडॉग की प्रमुख अन्ना पोपोवा ने कहा, कोरोना वायरस स्ट्रेन को खत्म करने और अपने स्वास्थ्य के लिए शराब बिल्कुल न पीएं। यह हम सभी के उज्जवल भविष्य सुरक्षित करेगा।

बताते चले कि इस रूसी वैक्सीन बनाने को लेकर राष्ट्रपति पुतिन ने कहा था कि हम इसे पूरे विश्व में पहुंचाएंगे। दुनिया के सभी कोरोना प्रभावित देशों को ये वैक्सीन अच्छे दामों पर मिल सकेगी। पुतिन ने इस वैक्सीन को बेहतर बताते हुए ये भी कहा था कि उन्होंने अपनी बेटी को इस वैक्सीन की डोज दी थी, इसलिए यह असरदार और प्रभावी है। बताते चलें कि रूस के डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड के CEO किरिल दिमित्रीव ने कहा है कि वैक्सीन के लिए भारत के साथ रूस ने समझौता किया है। उन्होंने ये भी कहा कि भारत कोरोना वैक्सीन बनाने के क्षेत्र में अच्छा काम कर रहा है।