नई दिल्ली। अब यूक्रेन के लड़ाकू जहाज, ड्रोन, रॉकेट आदि सारे हथियार बेकार हो जाएंगे क्योंकि रूस ने अपना खतरनाक नाइओबियम तैनात कर दिया है। यह एक खतरनाक रडार है जो 500 किलोमीटर के इलाके में हर एक हवाई चीज को पकड़ लेता है। यह रडार इतना ताकतवर है कि इसे स्टील्थ तकनीक भी मात नहीं दे सकती। इसको लेकर रूस की वायु सेना के एक अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन में नाइओबियम रडार तैनात किया जा चुका है जो विमान, हेलीकॉप्टर, ड्रोन, बैलिस्टिक मिसाइल और मल्टी लॉन्च रॉकेट सिस्टम का पता लगाने में सक्षम है। नाइओबियम रडार स्टेशन के कमांडर अनातोली ने इसको लेकर काफी सारी बातें बताई हैं जो चौंकाने वाली हैं।

यह भी पढ़ें : बेकार हो गया आपके पास रखा 2000 का नोट! मोदी सरकार ने संसद में किया ये बड़ा ऐलान

रोक देगा यूक्रेन के हवाई हमले

एक वीडियो में दिखाया गया है कि रूस के वेस्टर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के निओबियम रडार क्रू की वॉर ड्यूटी कैसे जारी है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि रूस की वायु रक्षा प्रणाली दुश्मन के हवाई हमलों का पता कैसे लगाती है। इनमें ड्रोन, मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम और बैलिस्टिक मिसाइल आदि शामिल हैं। नाइओबियम जैसे आधुनिक रडार स्टेशन समय पर इन खतरों का जवाब देने में मदद करते हैं। स्टेशन कमांडर अनातोली ने इसको लेकर कहा कि रडार स्टेशन मोबाइल पोस्ट है और स्टैंडबॉय पर है जिसको कभी और कहीं भी तैनात किया जा सकता है।

ऐसे काम करता है रडार

रूस के इस रडार स्टेशन इंचार्ज ने कहा कि हमारा काम ड्रोन सहित लड़ाकू विमानों के खतरों से आगाह करना है। यह काम जटिल है, लेकिन हम उसके लिए जिम्मेदार हैं। हम सूचनाओं को अपने से ऊपर के कमांड पोस्ट को ट्रांसफर करते हैं। अनातोली ने यह भी कहा कि एयर डिफेंस के काम में से एक दुश्मन के उपकरणों को विफल करना, नष्ट करना और दुश्मन के हमलों की क्षमता को कम करना है। यह संभव भी है, क्योंकि निओबियम रडार एक साथ सैकड़ों वस्तुओं या संभावित लक्ष्यों को ट्रैक करते हुए 500 किलोमीटर के दायरे में आसमान को स्कैन कर सकता है।

यह भी पढ़ें : अब 6 साल से पहले नहीं मिलेगा बच्चों को क्लास में दाखिला! सरकार लागू कर रही ये नया नियम

ऐसे होती है जवाबी कार्रवाई

उन्होंने बताया कि जो लक्ष्य शत्रुतापूर्ण पाए जाते हैं, उनके बारे में कमांड पोस्ट को सूचित कर दिया जाता है। इसके बाद कमांड पोस्ट तय करता है कि कौन सा रूसी एयर डिफेंस सिस्टम उस लक्ष्य का पीछा करेगा और नष्ट कर देगा। माना जाता है कि हाल के महीनों में, यूक्रेन ने रूस के कब्जे वाले क्षेत्रों और मास्को के पास के शहरों में लक्ष्य को निशाना बनाने के लिए ड्रोन का व्यापक स्तर पर इस्तेमाल किया है। इसी के जवाब में रूस ने महत्वपूर्ण इमारतों की रक्षा के लिए एयर डिफेंस सिस्टम को स्थापित किया है।