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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा है कि मातृभूमि के बिना हमारी कोई पहचान नहीं है. ग्वालियर में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हिंदुत्व के (No India without Hindutva and no Hindutva without India) बिना भारत नहीं और भारत के बिना हिंदुत्व नहीं। भारत को हिंदू रहना है, तो अखंडता और एकात्मता जरूरी है।
उन्होंने पाकिस्तान (Pakistan) बनने की वजह भी बताई. मोहन भागवत बोले- भारत क्यों टूटा, क्योंकि हिंदू अपने आप को भूल गए। मुसलमान खुद को भूल गए। मुसलमान कह सकते थे कि तुम अपने आप को हिंदू मत कहो, क्योंकि सारे वेद हमारी जमीन पर बने. जिससे तुम अपना हिंदू उच्चारण करते हो वह हिंदूकुश (Hindu Kush) हमारे यहां है.
भागवत ने कहा कि अखंड भारत की कल्पना हमारी (United India is fulfilled by our truth and goal) सत्यता और ध्येय से पूरी होती है। इतिहास गवाह है, जब-जब हिंदू के अंदर हिंदुत्व का भाव या ताकत कम हुई तो हिंदू की संख्या कम हुई। पाकिस्तान का नाम लिए बिना उन्होंने कहा— जो विरोध करता है, वह विरोधी है। उससे संबंध नहीं रखना है। विरोधी कोई गड़बड़ करता है, तो उसे समाप्त कर देना चाहिए। इस बयान पर लोगों ने खूब तालियां बजाईं।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि हम पश्चिमी देशों की तरह नहीं हैं जो अपने हितों और स्वार्थ के लिए संबंध रखते हैं। भारत ही एक मात्र ऐसा देश है, जिसके संस्कार सत्य और संबंध से बने हैं। यह जोड़ता है, तोड़ता नहीं। ग्लोबल मीट में अमेरिका का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा जब तक अमेरिका को आपसे नुकसान नहीं है तभी तक यह संबंध है. यदि नुकसान होगा, तो वह संबंध तोड़ने में जरा भी नहीं सोचेगा।
शनिवार को सरसंघ चालक डॉ. मोहन भागवत का यह कार्यक्रम जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल विहारी वाजपेयी सभागार में रखा गया था। इसमें बतौर मुख्य अतिथि CM शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए। इससे पहले मोहन भागवत को प्रतिमा भेंट कर शॉल श्रीफल से सम्मान किया गया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी सम्मान किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी विचार व्यक्त किए।
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