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सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सुझाव दिया कि उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश को पिछले महीने लखीमपुर-खीरी हिंसा (Lakhimpur-Kheri violence) की चल रही जांच की निगरानी करनी चाहिए। 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों सहित कम से कम आठ लोग मारे गए थे।
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कहा कि मामले की जांच अपेक्षित तरीके से नहीं हो रही है। इस बीच, मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना (NV Ramana) की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार से शुक्रवार तक जवाब मांगा। उत्तर प्रदेश राज्य का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे और गरिमा प्रसाद कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने मामले की जांच की निगरानी के लिए पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीशों– जस्टिस राकेश कुमार जैन (Justices Rakesh Kumar Jain) और रंजीत सिंह के नामों का सुझाव दिया है। बेंच ने कहा कि जांच "उस तरह से नहीं हो रही है जैसी हमें उम्मीद थी"। उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब तक इस मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ( Ajay Mishra) के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया है।
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