चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) के बयान के बाद केंद्र पर निशाना साधते हुए जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने रविवार को कहा कि केंद्रशासित प्रदेश की स्थिति से निपटने के लिए सरकार के पास ‘दमन’ ही एकमात्र तरीका है।

महबूबा ने ट्वीट किया, कश्मीर को खुली जेल में बदलने के बाद भी, बिपिन रावत (General Bipin Rawat) का बयान कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि दमन जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) की स्थिति से निपटने का एकमात्र तरीका है। यह उनके आधिकारिक कथन का भी खंडन करता है कि यहां सब ठीक है। उन्होंने कहा, सामूहिक गिरफ्तारी, अपनी मर्जी से इंटरनेट को निलंबित करने, लोगों की तलाशी लेने (बच्चों को भी नहीं छोडऩे), बाइक और दोपहिया वाहनों को जब्त करने और नए सुरक्षा बंकर स्थापित करने जैसे कड़े, कठोर और दमनकारी उपाय करने के बाद क्या करना बाकी है? सीडीएस ने कथित तौर पर कहा था कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद लगाए गए प्रतिबंध आतंकवादी हमलों के कारण कश्मीर में वापस आ सकते हैं।