भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन को लेकर है कहा कि आंदोलन कभी कमजोर नहीं हुआ है। किसानों के हक के लिए लगातार लड़ाई जारी है। टिकैत ने कहा कि हमारा दिल्ली घेरने का प्लान नहीं है लेकिन हम किसी दबाव में नहीं झुकेंगे।

आंदोलन के वक्त भावुक होने वाले टिकैत ने कहा कि पुलिस जबरदस्ती प्रदर्शनस्थल खाली करवाना चाहती थी लेकिन पुलिस पीछे रही और उसके गुंडे आगे रहे। पुलिस अगर हम पर उठाए तो दिक्कत नहीं है लेकिन गुंडे आगे क्यों आ रहे हैं।

किसान नेता ने कहा कि किसानों-जवानों को जो भिड़ाया गया वो गलत था। अगर सरकार चाहती है कि दबाव में आंदोलन खत्म हो जाएगा तो वैसा नहीं होगा। यह आंदोलन बातचीत से ही खत्म होगा। हम अपने मुद्दों पर अड़े हुए हैं। दिल्ली में घुसने का हमारा अब कोई प्लान नहीं है।

6 फरवरी के चक्के जाम को लेकर टिकैत ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर के पास ऐसा कुछ नहीं होगा। किसान अपनी जगहों पर सड़क बंद करेंगे और प्रशासन को ज्ञापन सौंपेंगे। दिल्ली की सीमाओं पर लगी बैरिकेडिंग और कीलों पर राकेश टिकैत ने कहा कि हम तो दिल्ली जा ही नहीं रहे।

गणतंत्र दिवस के दिन निकली ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा को लेकर टिकैत ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। हमारा किसान किसी पर हमला नहीं कर सकता है। पुलिसवाले हमारे परिवार के ही हैं। लेकिन अगर किसी ने लालकिले आने का ऐलान पहले ही कर दिया तो फिर उसे कैसे आने दिया गया। पूरे प्रकरण की जांच की जानी चाहिए।