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यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी गर्मी बढ़ती जा रही है। नेताओं और दलों के बीच जमकर जुबानी जंग चल रही है। इस जंग में 'अब्बा जान' के बाद अब 'चचा जान' की भी एंट्री हो गई है। 'चचा जान' का इस्तेमाल भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने किया है। बागपत पहुंचे टिकैत ने एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को भाजपा का 'चचा जान' कहकर तीखा हमला बोला।
ओवैसी-बीजेपी को एक टीम करार देते हुए उन्होंने कहा कि अगर ओवैसी उन्हें गाली भी देंगे तो केस नहीं होगा। उन्होंने कहा, 'अब यूपी में ओवैसी आ गए हैं, जो बीजेपी वालों के ‘चचा जान’हैं। वे यूपी में बीजेपी को जिताकर ले जाएंगे। अब इन्हें कोई दिक्कत नहीं है।
टिकैत, मंगलवार को बागपत के टटीरी गांव में किसानों से मिलने पहुंचे थे। वहां उन्होंने बिजली दरों और MSP को लेकर सरकार पर हमला बोला। कहा कि देश में सबसे महंगी बिजली यूपी में मिल रही है। किसानों को उनकी उपज का समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा। टिकैत ने कहा कि गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य कम से कम 650 रुपए प्रति कुंतल होना चाहिए।
किसान नेता ने कहा कि देश के किसान तीनों कृषि कानून वापस लेने और एमएसपी की गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली में धरने पर बैठे हैं। उन्होंने एमएसपी में बड़े घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार, अधिकारियों और व्यापारियों की मदद से धान-गेहूं की सरकारी खरीद में 400 से 500 रुपए प्रति कुंतल का अंतर आ रहा है।
रामपुर में 11 हजार फर्जी किसान बताकर खरीद की गई। फिर कुछ खास व्यापारियों को बेच दिया गया। राकेश सिंह टिकैत ने अलीगढ़ में जाट राजा महेंद्र सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी के शिलान्यास को लेकर भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही भाजपा जातिवाद करने लगती है।
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