राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) वर्ल्ड क्रिकेट में ये नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है. टीम इंडिया के कोच और पूर्व भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid is celebrating his 47th birthday today) आज अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं. राहुल द्रविड़ ने लगभग डेढ़-दो दशक भारत के लिए क्रिकेट खेला. क्रिकेट जगत में द वॉल के नाम से लोकप्रिय राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने अपने करियर में कई बेजोड़ पारियां खेलीं और शानदार रिकॉर्ड अपने नाम किए. राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने नेशनल क्रिकेट एकेडमी में युवा खिलाड़ियों को भविष्य के लिए तराशने का शानदार काम किया. उनके जन्मदिन के मौके पर आईए जानते हैं, राहुल द्रविड़ द्वारा खेली गयी कुछ यादगार पारियों के बारे में...

मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्मे राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने साल 1996 में टेस्ट डेब्यू किया और लंबे फॉर्मेट में अपना पहला ही मुकाबला क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेला. वह अपने पहले ही टेस्ट में शतक जड़ सकते थे लेकिन मात्र 5 रन से चूक गए. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में अपना पहला टेस्ट शतक साल 1997 में जमाया और तब 148 रन की बेहतरीन पारी खेली. द्रविड़ ने 5 बार दोहरे शतक जमाए. टेस्ट में उनका सर्वोच्च स्कोर 270 रन रहा जो उन्होंने रावलपिंडी में 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था.

द्रविड़ की पारियां जो आज भी यादगार हैं

राहुल द्रविड़ की साल 2001 में कोलकाता के ईडन गार्डेन में खेली गयी 180रनों की नाबाद पारी उनकी सबसे बेहतरीन और यादगार पारियों में से एक है. ऑस्ट्रेलिया की टीम इस टेस्ट मैच में काफी मजबूत स्थिति में थी. पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 445 का स्कोर खड़ा किया जिसके जवाब में भारतीय टीम केवल 171 रनों पर सिमट गयी. 

ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को फॉलोआन खेेलने के लिए मजबूर किया. पारी की शुरूआत करने वाले दोनों सलामी बल्लेबाज सस्ते में पवेलियन लौट गए. लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने पारी को ना केवल संभाला बल्कि भारत को मजबूत स्थिति में भी पहुंचा दिया. राहुल द्रविड़ ने इस मैच में नाबाद 180 रन बनाए और टीम को जीत दिलाई.

जब द्रविड़ के विकेट के लिए तरसे पाक गेंदबाज

राहुल द्रविड़ की दूसरी यादगार पारी थी साल 2004 में रावलपिंडी में खेली गयी 270 रन की पारी. तीन मैचों की टेस्ट सीरिज में. इस सीरिज में नियमित कप्तान सौरव गांगुली की गैरमौजूदगी में राहुल द्रविड़ ने पहले दो मैचों में कप्तानी भी की थी. पहले दो मैचों में राहुल द्रविड़ फॉर्म ने नहीं थे. 

हालांकि आखिरी मैच में 270 रनों की पारी खेल कर राहुल द्रविड़ ने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया. इस पारी के लिए द्रविड़ को मैन ऑफ दी मैच से नवाजा गया. वह पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में 12 घंटे से भी ज्यादा क्रीज पर जमे रहे थे.