पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी को लेकर सरकारा व विपक्ष के बीच घमासान जारी है। लगातार 11वें दिन गुरुवार को भी तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़त जारी रखी है। दिल्ली में पेट्रोल 31 पैसे प्रति लीटर बढ़कर 90.19 रुपये पर और डीजल 80.60 रुपये प्रति लीटर हो गया है। वहीं पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी पर भी सियासी पारा बढ़ा हुआ है।
बिहार में भी पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों को लेकर विरोध-प्रदर्शन जारी है। तेल और रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि के विरोध में शुक्रवार को कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान मिट्टी का चूल्हा और लकड़ी लेकर विधानसभा पहुंचे। शकील अहमद खान ने कहा कि वह इसे सरकार को भेंट करेंगे। शकील अहमद खान के साथ विधायक प्रतिमा कुमार और अजीत शर्मा ने भी प्रदर्शन किया।

वहीं पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ आरजेडी विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने भी विरोध जताया। वह साइकिल चलाकर चलाकर विधानसभा पहुंचे। उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार तेल की कीमतें कम करे। साथ ही राज्य सरकार तेल पर लगने वाले स्टेट टैक्स में रियायत दे।

वहीं कांग्रेस नेता जयवीर सिंह शेरगिल ने ट्वीट किया, 'फ्रॉडजीवी की परिभाषा- 2014 में 71 रुपये पेट्रोल (110 डॉलर बैरल) के खिलाफ बीजेपी नेता प्रदर्शन कर रहे थे। जबकि 2021 में 100 रुपये पेट्रोल (62 डॉलर बैरल) का वो जश्न मना रहे हैं। बीजेपी मंत्रियों को जनता के दर्द को महसूस करने के लिए अपनी सरकरी कार छोड़ देनी चाहिए। वरना वे कहेंगे, 'हम पेट्रोल नहीं भरवाते' जैसे, 'मैं प्याज नहीं खाती'।

इस बीच, बिहार विधानसभा में कृषि कानूनों के खिलाफ CPIML विधायकों ने प्रदर्शन किया। विधायक दल के नेता महबूब आलम ने मांग कि बिहार सरकार कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव लाए।