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विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वच्छ ऊर्जा के अभियान का बहुत बड़ा लाभ देश के कृषि क्षेत्र को मिलना स्वाभाविक है। आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर भारत ने एक और बड़ा कदम उठाया है। इथेनॉल सेक्टर के विकास के लिए एक विस्तृत रोडमैप आज जारी करने का सौभाग्य मिला है।
उन्होंने कहा कि देशभर में इथेनॉल के उत्पादन और वितरण से जुड़ा महत्वाकांक्षी पायलट प्रोजेक्ट भी पुणे में लॉन्च किया गया है। मैं पुणे वासियों को बधाई देता हूँ अब इथेनॉल, 21वीं सदी के भारत की बड़ी प्राथमिकताओं से जुड़ गया है। आज हमने पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडिंग के लक्ष्य को 2025 तक पूरा करने का संकल्प लिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 तक भारत में औसतन सिर्फ 1-1.5 प्रतिशत इथेनॉल की ब्लैंडिंग ही हो पाती थी। आज यह करीब 8.5 प्रतिशत तक पहुंच गया है 21वीं सदी के भारत को, 21वीं सदी की आधुनिक सोच, आधुनिक नीतियों से ही ऊर्जा मिलेगी। इसी सोच के साथ हमारी सरकार हर क्षेत्र में निरंतर नीतिगत निर्णय ले रही है। वर्ष 2013-14 में जहां देश में 38 करोड़ लीटर इथेनॉल खरीदा जाता था. वही अब यह 320 करोड़ लीटर से ज्यादा इथेनॉल, यानी 8 गुना से ज्यादा खरीदा गया है।
जलवायु परिवर्तन की वजह से जो चुनौतियां सामने आ रही हैं, भारत उनके प्रति जागरूक भी है और सक्रियता से काम भी कर रहा है 6-7 साल में अक्षय ऊर्जा की हमारी क्षमता में 250 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। स्थापित रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता के मामले में भारत आज दुनिया के टॉप-5 देशों में है. सौर ऊर्जा की क्षमता को बीते 6 साल में लगभग 15 गुणा बढ़ाया है।
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