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पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर बवाल मचा हुआ है। तोशखाना मामले में पाकिस्तानी कोर्ट ने इमरान खान के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। इसके बाद इस्लामाबाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने उनके आवास पहुंची, लेकिन वहां इमरान खान नहीं मिले। इस बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने सरकार को सीधी चेतावनी देते हुए रेड लाइन क्रॉस नहीं करने को कहा। बता दें इस वक्त पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और असद उमर भी इमरान की गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए उनके घर पर मौजूद हैं।
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अब आपको तोशखाना मामले की जानकारी देते हैं। दरअसल ये एक सरकारी विभाग है, जिसमें किसी दूसरे देशों के प्रमुखों या गणमान्य लोगों से मिले उपहारों को जमा कराना जरूरी है। जब इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे, तब उन्होंने कई यूरोपीय और अरब देशों की यात्राएं की थी, जहां से उन्हें महंगे गिफ्ट मिले थे। आरोप है कि इमरान खान ने तोशखाने से इन महंगे गिफ्टों को सस्ते दामों में खरीद कर ऊंची कीमतों पर बेच दिया। इस पूरी प्रक्रिया को उनकी सरकार ने बाकायदा कानूनी अनुमति दी थी।
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फवाद चौधरी ने कहा कि इमरान खान के खिलाफ 74 मामले दर्ज हैं। इन सभी मामलों में किसी भी व्यक्ति के लिए अदालत में पेश होना मानवीय रूप से संभव नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार चाहती है कि इमरान खान अदालत जाएं ताकि आतंकवादी उन्हें फिर से निशाना बना सकें। वहीं पुलिस ने दावा किया है कि इमरान खान के खिलाफ गैर जमानती वारंट लेकर वह लाहौर स्थित उनके घर पहुंचे हैं।
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