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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को उत्तराखंड के हल्द्वानी (PM Narendra Modi in Haldwani) में 17,547 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। मोदी ने हल्द्वानी में एक जनसभा को भी संबोधित किया। इससे पहले मोदी अपराह्न 1.45 बजे हल्द्वानी पहुंचे और वहां से सीधे एमबी महाविद्यालय (MB College) के मैदान गये। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) और उनकी मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने वहां उनकी आगवानी की।
मोदी की आगवानी करने वालों में पूर्व केन्द्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat), तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat), विजय बहुगुणा, पार्टी प्रभारी दुष्यंत, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, सांसद रानी राज लक्ष्मी, अजय टम्टा, कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद, विशन सिंह चुफाल, सुबोध उनियाल भी शामिल थे। सभा को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री ने रिमोट कंट्रोल के जरिए प्रदेश में बुनियादी आर्थिक एवं सामाजिक अवसंरचना एवं अन्य क्षेत्रों की कुल 23 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें से 14,127 करोड़ की लागत से इन 17 योजनाओं का शिलान्यास व 3420 करोड़ की लागत से छह विकास योजनाओं का लोकार्पण किया गया।
प्रधानमंत्री ने जिन 23 योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया, उनमें 300 मेगावाट की यूजेवीएन लिमिटेड की लखवाड़ बहुद्देश्यीय परियोजना (Lakhwar Multipurpose Project) (लागत 5747 करोड़), मुरादाबाद-काशीपुर रोड (फोर लेन) और मुरादाबाद-काशीपुर बाईपास (Moradabad - Kashipur Bypass) (लागत 4002 करोड़), जल जीवन मिशन के अंतर्गत 13 जनपदों में 73 पानी आपूर्ति की योजनायें (लागत 1250 करोड़), प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत स्टेज-2 के तहत 133 मार्गों की स्वीकृति (लागत 627 करोड़), उधमसिंह नगर में एम्स की सेटेलाइट केन्द्र (AIIMS Satellite Center) की स्थापना (लागत 500 करोड़), पिथौरागढ़ में मेडिकल कालेज ( लागत 455 करोड़), प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 151 क्षतिग्रस्त पुलों को स्वीकृति (लागत 450 करोड़), नैनीताल और हरिद्वार में विश्व बैंक की सहायता से पेयजल आपूति लाइन की स्वीकृति लागत ), नैनीताल और हरिद्वार में वर्लड बैंक की सहायता से पेयजल आपूति लाइन की स्वीकृति (लागत 205 करोड़), शामिल है। नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत उधमसिंह नगर में 199 करोड़ की लागत से एसटीपी एवं आईडी, 9 एसटीपी, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 171 करोड़ की लागत से गरीबों के लिये कनकपुर काशीपुर में 1556 और सितारगंज के उकरौली में 1168 आवास, उधमसिंह नगर के काशीपुर में 35 करोड़ की लागत से आरोमा पार्क, नैनीताल जनपद में 78 करोड़ की लागत से सीवरेज प्रणाली का सुदृढ़ीकरण, उधमसिंह नगर के सितारगंज में 66 करोड़ की लागत से प्लास्टिक इंडस्ट्रीयल पार्क, मदकोटा से हल्द्वानी तक 58 करोड़ की लागत से सड़क चौड़ीकरण, किच्छा से पंतनगर तक 54 करोड़ की लागत से सड़क चौड़ीकरण, खटीमा बाईपास का कुमराहा गांव से कुटारी गांव तक (लागत 53 करोड़) व 177 करोड़ की लागत से एशियन हाईवे से नेपाल तक की कनेक्टिविटी (उत्तराखंड राज्य की कनेक्टिविटी) शामिल है।
इनके अलावा 3420 करोड़ की लागत से छह विकास योजनाओं का लोकार्पण भी प्रधानमंत्री ने किया, जिनमें नगीना-काशीपुर (एनएच -74) का चौड़ीकरण (लागत 2536 करोड़), आलवेदर परियोजना के तहत टनकपुर से पिथौरागढ़ रोड पर च्यूरानी से ऐंचोली तक चौड़ीकरण (लागत 284 करोड़), आलवेदर परियोजना (Alvedar Project) के तहत विलखेत से चंपावत तक सड़क चौड़ीकरण (लागत 267 करोड़), आलवेदर परियोजना के तहत टनकपुर-पिथौरागढ़ रोड पर तिलौन से च्यूरानी तक सड़क चौड़ीकरण (लागत 244 करोड़), यूजेवीएन लि की सुरिंगड फेज-2 के तहत 5 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना (लागत 50 करोड रु) और नमागि गंगे के तहत रामनगर और नैनीताल में सीवरेज प्लांट का निर्माण (लागत 50 करोड़) शामिल हैं।
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