झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवें और आखिरी चरण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को बरहेट में सभा करने पहुंचे। यहां उन्होंने नागरिकता कानून पर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कांग्रेस में हिम्मत है तो वह यह घोषणा करे कि वह पाकिस्तान के हर नागरिक को भारत की नागरिकता देंगे। वह घोषणा करें, भारत की जनता उनका हिसाब कर देगी। कांग्रेस सिर्फ लोगों को भ्रमित कर रही है।


मोदी ने कहा- सब काम शांति से हो रहे हैं तो विपक्षियों के पेट में चूहे दौड़ रहे हैं। आर्टिकल 370 को लेकर भी यही डर दिखाया, अगर हाथ लगाया तो करंट लग जाएगा, बवाल हो जाएगा, देश का टुकड़ा हो जाएगा। यही डर दिखाते थे न? जम्मू में अलगाव को आतंकवाद को बढ़ने दिया। ये देखते रह गए लेकिन निर्णय नहीं किया। फैसला नहीं किया। आर्टिकल 370 भी निकल गया और शांति से कश्मीर आगे बढ़ने लग गया। पूरे देश ने इस कांग्रेस और उसके साथियों की नकारात्मक सोच को नकार दिया। लेकिन, लोगों को डराने को झूठी बातें फैलाने को उन्होंने अपनी राजनीति का आधार बना लिया है।


नागरिकत संशोधन कानून को लेकर फिर से झूठ बोलने लगे है, लोगों को डराने लगे हैं। कांग्रेस और उसके साथी पूरी ताकत झोंक दी है, भारत के मुसलमानों को डराने की। ये लोग देश में झूठ और भ्रम का माहौल बना रहे हैं। ये बात पत्थर की लकीर की तरह साफ है कि नागरिकता संसोधन कानून से भारत के एक भी नागरिक को हिंदु, मुसलमान, इसाई या पारसी की नागरिकता पर कोई असर नहीं होगा।
 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा यहां आने से पहले मुझे अमर शहीद सिद्धो कानो चांद भैरव को श्रद्धांजलि देने का सौभाग्य मिला। आपको लगा होगा कि हेलिकॉप्टर तो आ गया पीएम क्यों नहीं आए, पीएम वहां सिर झुकाने गए थे। ये मेरा सौभाग्य है कि इस बार के झारखडं विस चुनाव के लिए आज ये मेरी अंतिम सभा वीरों की मांटी और बाबा बागेश्वर नाथ के सानिध्य में हो रही है। ऐसे ही वीर वीरांगनों के आशीर्वाद से भाजपा सरकार पूरे देश में आदिवासी सेनानियों से जुड़े संग्राहलय बना रही है।
 

आपका स्नेह आशीर्वाद तो झामुमो, कांग्रेस, राजद, वामपंथियों को परेशान करता है, उनकी नींद हराम कर देता है। मोदी को, भाजपा को मिल रहा देश का प्यार इनको पच नहीं रहा है। इनको ये समझ नहीं आ रहा है कि जिन वादों को लेकर दशकों तक डराया वो आखिर झूठ क्यों साबित हुए। अब सच उजागर हो गया है कि सबसे ज्यादा कही सुरक्षा है तो वो भाजपा सरकार में ही है।

 
भगवान राम 14 साल वनवास में आदिवासियों के बीच जिंदगी गुजारी है। इसलिए यहां भव्य श्रद्धा केंद्र राम जी का मंदिर है। आप बताइए अयोध्या में रामजन्मभूमि का मामला इतना साल से लटकता रहा, इसका समाधान होना चाहिए था कि नहीं, ये मसला शांति से सुलझना चाहिए था कि नहीं, सत्य के मार्ग पर सबको चलना चाहिए था कि नहीं, लेकिन क्यों नहीं हुआ, क्योंकि वो वही काम करते थे जिसमें उनकी राजनीति की रोटियां सेकते रहे।