प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) की दो नई स्कीम्स को लॉन्च किया है।  ये RBI रिटेल डायरेक्ट स्कीम और रिजर्व बैंक इंटिग्रेटेड ओंब्डस्मैन स्कीम हैं।  RBI रिटेल डायरेक्ट स्कीम के तहत, रिटेल निवेशक सरकारी सिक्योरिटीज में पैसा लगा सकेंगे। 

इससे उन्हें भारत सरकार (Government of India) और राज्य सरकारों द्वारा जारी सिक्योरिटीज में सीधे निवेश करने का एक नया जरिया मिलेगा।  इस स्कीम के तहत, निवेशक आरबीआई के साथ, आसानी से सरकारी सिक्योरिटीज अकाउंट को ऑनलाइन मुफ्त में खोल सकते हैं। 

वहीं, रिजर्व बैंक- इंटिग्रेटेड ओंब्डस्मैन स्कीम का मकसद आरबीआई द्वारा रेगुलेटेड इकाइयों के खिलाफ ग्राहकों की शिकायतें के समाधान की बेहतर व्यवस्था मिलेगी।  ये स्कीम वन नेशन-वन ओंब्डस्मैन पर आधारित है।  इसमें ग्राहकों को शिकायत करने के लिए एक पोर्टल, एक ईमेल और एक एड्रेस की सुविधा दी गई है।  

शिकायतों को अपनी शिकायतें दर्ज कराने, दस्तावेजों को सब्मिट करने और फीडबैक देने के लिए एक जगह मिलेगी।  शिकायतें के समाधान और शिकायत दर्ज कराने में मदद करने के लिए कई भाषाओं में एक टोल फ्री नंबर भी मिलेगा। 

लॉन्च के मौके पर, पीएम मोदी ने कहा कि इस महामारी के दौरान आरबीआई ने बहुत प्रशंसनीय काम किया है।  उन्होंने कहा कि यह समय देश के विकास में बहुत अहम भूमिका रखता है।  उन्होंने कहा कि इसमें आरबीआई की भूमिका भी अहम है।  और उन्हें पूरी उम्मीद है कि आरबीआई इस पर खरा उतरेगी।  प्रधानमंत्री ने कहा कि आरबीआई ने सामान्य लोगों की सुविधा को बढ़ाने के लिए, उन्हें ध्यान में रखते हुए लगातार अनेक कदम उठाए हैं। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजनाओं से निवेश के दायरे का विस्तार होगा।  कैपिटल मार्केट को एक्सेस करना और आसान और सुरक्षित बनेगा।  इससे सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश का सरल और सुरक्षित जरिया मिल गया है।  उन्होंने कहा कि वन नेशन और वन ओंम्डस्मैन ने साकार रूप लिया है।  उनके मुताबिक, आप शिकायत का समाधान करने में कितने मजबूत हैं, यही लोकतंत्र की सबसे बड़ी बात है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि छोटे से छोटे निवेशक का सहयोग आज के समय में बहुत काम आने वाली है।  अब तक सरकारी सिक्योरिटीज मार्केट में मध्य वर्ग, सीनियर सिटीजन आदि, जिनकी छोटी बचत है, उन्हें म्यूचुअल फंड जैसे रास्ते अपनाने पड़ते थे।  अब इन्हें सुरक्षित निवेश का एक जरिया मिल रहा है।  उन्होंने कहा कि इससे छोटे निवेशकों को सुरक्षा का एक आश्वासन मिलेगा।  छोटे निवेशकों को सुरक्षित निवेश पर बेहतर रिटर्न का मौका मिलेगा।  उन्होंने कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए आम लोगों और सरकार की सामूहिक कोशिश है। 

पीएम ने कहा कि जब वे वित्तीय समावेश की बात करते हैं, तो इसमें आखिरी व्यक्ति को भी हिस्सा बनाना चाहिए।  उन्होंने कहा कि ऑनलाइन अकाउंट खोला जा सकता है, यह सैलरी वाले व्यक्तियों के लिए घर बैठे सुरक्षित निवेश का एक जरिया है।  उन्होंने कहा कि ये निवेशक के सेविंग अकाउंट से भी लिंक होगा।  उन्होंने कहा कि निवेश में आसानी, बैंकिंग व्यवस्था पर सामान्य लोगों का भरोसा बेहद जरूरी है।  

पीएम मोदी ने कहा कि जो विल्फुल डिफॉल्टर्स पहले बाजार से खिलवाड़ करते थे, उनके लिए रास्ता बंद कर दिया गया है।  छोटे बैंक का मर्जर करना समेत कई कदमों से बैंकिंग व्यवस्था में नई ऊर्जा लौट रही है।  उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय में डिपॉजिटर्स की इनकम को देखते हुए कई फैसले लिए गए हैं।  उन्होंने कहा कि वन नेशन वन ओंब्डस्मैन इसी दिशा में एक कदम है। 

मोदी ने कहा कि शिकायत निवारण के लिए खाताधारक को एक आसान जरिया मिल गया है।  उन्होंने कहा कि इससे पहले अगर किसी के अकाउंट के साथ लखनऊ में दिक्कत होती थी, उसे बाहर शिकायत करनी पड़ती थी. लेकिन, अब वह वहीं के ओंब्डस्मैन से शिकायत कर सकेगा। 

इस मौके पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) , केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे. लॉन्च के मौके पर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वे इस बात की सराहना करती हैं कि जिस तरह रिजर्व बैंक ने महामारी के दौरान वित्त मंत्रालय के साथ मिलकर काम किया है।