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दुनियाभर में कोरोना का टीकाकरण किया जा रहा है। कोरोना के खिलाफ यह एक अभियान हैं जिसमें सारी दुनिया शामिल है। कोरोना से जूझते हुए कोरोना टीकाकरण किया जा रहा है। इसी तरह से पहले रजिस्ट्रेशन कराएं और फिर टीका लगवाएं। सभी जगह ऐसा ही हो रहा है। लेकिन दिल्ली में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच लगातार वाक युद्ध छिड़ा हुआ है।
दिल्ली सरकार ने 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए सरकारी स्कूलों में बनाए गए कोरोना वैक्सीनेशन सेंटरों में बड़ी सुविधा शुरू कर दी है। दिल्ली के 97 स्कूलों में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को बिना रजिस्ट्रेशन के लिए वैक्सीन की डोज दी जा रही है। इन सभी लोगों की संख्या करीब 97 लाख के आस पास बताई जा रही है और साथ ही इनमें से 22 लाख ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिए वैक्सीन ले चुके हैं।
आप के वरिष्ठ नेता और विधायक आतिशी ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने 45 वर्ष से अधिक उम्र की श्रेणी के लिए वॉक इन वैक्सीनेशन की सुविधा शुरू की है। दिल्ली में बहुत बड़ा तबका ऐसा है जिसके पास ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा नहीं है। काफी लोग के पास स्मार्टफोन और इंटरनेट नहीं होता है जो उनके लिए रजिस्ट्रेशन करवाना मुश्किल हो जाता है। रजिस्ट्रेशन की जटिल प्रक्रिया अब जरूरी नहीं है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली सरकार के वॉक इन वैक्सीनेशन सेंटर की शुरुआत करते वैक्सीनेशन की स्पीड बढ़ गई है। बिना पंजीकरण के हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग वैक्सीनेशन करवा सकते हैं। बता दें कि भारत सरकार की नई गाइडलाइंस के कारण कम वैक्सीनेशन हुआ है। दोनों श्रेणियों में 79,353 लोगों को पहली और 11,479 को दूसरी डोज लगाई गई है। दिल्ली में 10,57,950 लोगों को दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं।
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