इस दुनिया का एक सबसे मुश्किल सवाल है कि आखिरकार मृत्यु के बाद हमारी आत्मा कहां जाती है। शरीर को छोड़ने के बाद आत्मा को कैसा महसूस होता है। हालांकि दुनिया भर के साइंटिस्ट और सुपर ब्रेन भी इस सवाल का अभी तक ठोस जवाब नहीं ढूंढ पाए हैं। हालांकि ऐसी कई कहानियां सुनने को मिलती है, जिसमें कहा जाता  है कि मेडिकली डेथ घोषित करने बाद भी कुछ लोग फिर से जिंदा हो जाते हैं। ऐसे में इस खबर में हम आपको कुछ ऐसे लोगों को कहानी से रूबरू करवाने जा रहे हैं, जिन्हें डॉक्टरों ने तो मृत घोषित कर दिया था, लेकिन उन्होंने फिर अपनी आंखें खोल लीं। 

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61 साल के एलिस्टेयर ब्लेक को हार्ट अटैक आया, फिर उनकी पत्नी ने पीसीआर दिया और एंबुलेंस को फोन किया। डॉक्टरों ने एलिस्टेयर को पहले सीपीआर और फिर मशीन से 8 शॉक दिए, लेकिन उनका दिल धड़कना बंद कर चुका था। मेडिकल तौर पर शख्स को मृत घोषित कर दिया, लेकिन 90 मिनट के बाद उन्हें एक पल्स मिली। एलिस्टेयर का कहना है कि उस वक्त मेरा दिमाग शून्य में चला गया था। उस 90 मिनट में मैंने अंधेरे के सिवा कुछ और नहीं देखा। ना ही कोई रोशनी और ना ही किसी का साया। 

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ऐसा ही कुछ 57 वर्षीय विलियम्स के साथ हुआ, हार्ट अटैक से उनके दिमाग के काम करना बंद दिया और डॉक्टरों ने उन्हें मेडिकल तौर पर मृत घोषित कर दिया, लेकिन 3 मिनट बाद ही विलियम्स की सांसें फिर चलने लगी। उन्होंने बताया कि इस 3 मिनट के दौरान डॉक्टरों की सभी बातें भी उन्हें याद है। इस बीच उन्होंने बताया कि एक महिला उनका हाथ पकड़कर छत से रास्ते उन्हें ले जाना चाहती थी। वे उसके साथ चल दिए। इस दौरान उनको एक झटका लगा और उनकी आंखों के सामने डॉक्टर मौजूद थे। 

एक शख्स ने अपनी कहानी में बताया कि वह एंजियोग्राफी के लिए गया था, लेकिन कुछ देर में उसे दिखना बंद हो गया। कमरे में अंधेरा छा गया। आसपास एकदम शांति थी, किसी की आवाज सुनाई नहीं दे रही थी। इस बीच ऐसा लग किसे ने मेरा हाथ पकड़कर उठाया और अपने साथ चलने का इशारा किया। इस दौरान उसने हाथ को जोड़ से छोड़ दिया और फिर मुझे डॉक्टरों की आवाज आई कि हमने इसे बचा लिया।