उत्तर प्रदेश के आगरा में एक महिला और उसके पालतू डॉगी की हत्या के मामले में तोते ने पुलिस को ऐसा अहम सुराग दिया, जिससे हत्यारे सलाखों के पीछे पहुंच गए। दरअसल ये मामला 9 साल पुराना है, जिस पर कोर्ट ने 2 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इस केस में खास बात यह है कि दोषी के शरीर पर कुत्ते के हमले में चोट के निशान आ गए थे। इसी के साथ पुलिस ने तोते की गवाही से हत्यारों का पता लगाया था। हत्या का एक दोषी महिला का भांजा है।

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बता दें कि 20 फरवरी 2014 को आगरा में रहने वाले विजय शर्मा बेटे के साथ फिरोजाबाद एक शादी में शामिल हो गए थे। जब वह रात में वापस आए तो देखा कि पत्नी नीलम की लाश खून से लथपथ पड़ी थी। उनका पालतू कुत्ता भी मृत पड़ा था। इस दौरान पालतू तोता लगातार हत्या करने वालों के नाम ले रहा था। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इस दौरान तोता लगातार आशुतोष और रोनी का नाम ले रहा था। तोत बोल रहा था कि आशू आया था। आपको जानकर हैरानी होगी की आशुतोष विजय शर्मा का सगा भांजा था। वहीं जब पुलिस ने भी तोते से बात की तो उसने यही बोला था कि आशू आया था। इसके बाद पुलिस ने आशुतोष और रानी को पकड़कर पूछताछ की। पूछताछ में हत्या का राज खुल गया।

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पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, महिला पर 14 वार किए गए थे और कुत्ते पर 9 वार हुए थे। पुलिस ने हत्यारों का पता लगाने की कोशिश की। पुलिस की चार्जशीट में तोता भी विवेचना का हिस्सा है, लेकिन अदालत में साक्ष्य या गवाही का हिस्सा नहीं है। अदालत में चार्जशीट दाखिल होने के बाद 9 साल तक केस चला। 14 नवंबर 2020 को कोरोना के बीच अजय शर्मा की मौत हो गई. अजय शर्मा की मौत के बाद उनकी बेटियों ने केस को आगे बढ़ाया। कोर्ट ने गवाहों के बयान और साक्ष्यों के आधार पर महिला के भांजे आशुतोष और रोनी मैसी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अभियोजन अधिकारी सिविल कोर्ट्स मनीष ने बताया कि कुत्ता एक स्वामी भक्त होता है। स्वामी पर अगर हमला होता है तो वह प्रतिरोध करता है। उस प्रतिरोध के दौरान आशुतोष गोस्वामी को चोटें आई थीं। पूछताछ में आशुतोष ने खुलासा किया कि उसने लूट के इरादे से इस घटना को अंजाम दिया था।