कोरोना के कोहराम में कई लोगों ने अपनी जाने गंवा दी है और इसकी रफ्तार कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। कोरोना तेजी से अपने पांव पसार रहा है और सरकार कुछ नहीं  कर पा रही है। रोज लाखों में कोरोना संक्रमित होने के मामले सामने आ रहे हैं। साथ ही करीब हजारों की संख्या में कोरोना से मरने वालों के आंकड़े देखे जा रहे हैं। देश में सबसे ज्यादा किल्लत ऑक्सीजन हैं क्योंकि कोरोना संक्रमित होने के बाद सांस की सबसे ज्यादा दिक्कत सामने आ रही है।


ऑक्सीजन ना मिलने के कारण लोगों की मौतें हो रही है। कोरोना संकट में भारत सांसों के लिए संघर्ष कर रहा है, ऐसे में मालवाहक विमान लाइफलाइन बने हुए हैं। लद्दाख में चीनी टकराव के वक्त सुर्खियां बटोरने वाले भारतीय वायुसेना के मालवाहक विमान सी-17 ग्लोबमास्टर एक बार फिर से सुर्खियां में आ गया है क्योंकि यह विदेशों से ऑक्सीजन, दवाएं और कोरोना राहत सामाग्रियों को लाने के लिए ताबड़तोड़ मेहनत कर रहे हैं।

सी-17 के आठ विमान देश की सेवा में लगे हुए हैं। भारी-भरकम विमान नियमित रूप से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू स्थानों पर उड़ान भर रहे हैं, जिससे ऑक्सीजन की कमी को दूर करने में मदद मिल रही है। विमान सी-17 ग्लोबमास्टर्स दुनिया भर से ऑक्सीजन टैंकरों को लाने और भारत के प्लांट्स में पहुंचाने का काम कर रहे हैं। सी-17 एकमात्र विमान है, जिसका उपयोग वर्तमान में विदेशों से कंटेनरों को लाने और ले जाने लिए किया जा रहा है।