अफगानिस्तान (Afganistan) में तालिबान (taliban) के कब्जे के बाद से लगातार लोग देश छोड़ रहे हैं। वहीं अफगान से कई हिन्दू और सिख अब तक देश छोड़ भी चुके हैं। इसी बीच ऑपरेशन देवी शक्ति (Operation Devi Shakti) के तहत अफगानिस्तान से शुक्रवार को 104 हिन्दू और सिख को वापस लाया गया है। इसके साथ ही गुरु ग्रंथ साहिब के तीन पावन स्वरूप और पवित्र गीता को भी सुरक्षित भारत लाया गया। इसमें एक स्वरूप 350 साल पुराना है, जिसे हाथों से लिखा गया था।

दिल्ली पहुंचने के बाद अब उन्हें दिल्ली के गुरुद्वारों में रखा जाएगा। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा (JP Nadda) व अन्य पार्टी नेता इस मौके पर दिल्ली हवाई अड्डे पर मौजूद रहे और स्वागत किया। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष व बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) ने बताया कि, एक राहत की खबर है कि लंबे समय से अफगानिस्तान में हिन्दुओं और सिखों को तालिबान के सत्ता में काबिज होने के बाद से उनके धर्म और जान पर खतरा था, आज उनमें से 104 लोग दिल्ली पहुंच गए। साथ ही गुरु ग्रंथ साहिब जी के तीन पावन स्वरूप और पवित्र गीता को भी यहां लाया गया है।

देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को अफगानिस्तान से इन परिवारों को निकालने के लिए धन्यवाद देता हूं। तालिबान (Taliban) के लोगों ने सभी को खुद हवाई अड्डे तक छोड़ा था। दरअसल कुल 110 लोगों को पहुंचना था, लेकिन टेक्निकल दिक्कतों के कारण 104 ही पहुंच सके हैं। इससे पहले अगस्त महीने में अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूपों को लाया गया था, जिसपर सिख समुदाय के लोगों ने बेहद खुशी जाहिर की थी। दरअसल तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा जमा लिया, तबसे पूरे देश पर उनका नियंत्रण बना हुआ है। भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने अफगानिस्तान में फंसे सैकड़ों अफगान हिंदुओं और सिखों को वापस लाने के लिए काबुल से कई बचाव उड़ानों को ऑपरेट किया था। साथ ही बड़ी संख्या में अब तक भारतीयों को बाहर निकाला जा चुका है तो वहीं अफगान गुरुद्वारे स्थित कई हिन्दू और सिख परिवार वीजा ग्रांट होने का इंतजार कर रहे हैं। आपको बतादें कि जिन लोगों को यहां लाया गया है वो सभी अफगानस्तिान के नागरिक हैं।