दक्षिण अफ्रीका में शोधकर्ताओं (South African researchers) के एक दल ने कहा कि उन्हें कुछ सबूत मिले हैं कि जो लोग एक बार कोविड से संक्रमित हो गए थे, उनकी बीटा या डेल्टा वैरिएंट (delta variant) की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron variant) से दोबारा संक्रमित होने की संभावना अधिक है। एक रिपोर्ट के अनुसार शोध दल ने कहा कि अभी इतनी जल्दी निश्चित रूप से इस बारे में कुछ कहना तो जल्दबाजी होगी, मगर हाल ही में दूसरी बार के संक्रमण में वृद्धि ने उन्हें संकेत दिया है कि ओमिक्रॉन (Omicron variant) में लोगों को फिर से संक्रमित करने की अधिक संभावना है।

स्टेलनबोश यूनिवर्सिटी के जूलियट पुलियम ने कहा, पिछले वैरिएंट के साथ हमारी अपेक्षाओं और अनुभव के विपरीत, अब हम पुन: संक्रमण के जोखिम में वृद्धि का अनुभव कर रहे हैं, जो हमारे पिछले अनुभव से अधिक है। ओमिक्रॉन (Omicron variant) की पहचान हाल ही में नवंबर महीने में की गई थी, लेकिन इसने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और अन्य वैश्विक स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है, जिन्होंने इसके कई म्यूटेंट बनने के कारण इसे खतरनाक बताया है। इसके बारे में बताया जा रहा है कि यह अन्य वैरिएंट (Omicron variant) की तुलना में अधिक संक्रामक तो है ही, साथ ही इसमें प्रतिरक्षा प्रणाली से बचने की क्षमता भी है। इसके बारे में संदेह जताया जा रहा है कि वैक्सीन की खुराक का भी इस पर कोई खास प्रभाव नहीं पडऩे वाला है। हालांकि कई विशेषज्ञ इस बात पर विश्वास नहीं जा रहे हैं और उनका कहना है कि वैक्सीन किसी भी वैरिएंट (Omicron variant) से कुछ सुरक्षा तो जरूर प्रदान करेगी। नए वैरिएंट को ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ यानी चिंताजनक श्रेणी का बताया गया है।

पुलियम और उनके सहयोगियों ने महामारी की शुरूआत के बाद से दक्षिण अफ्रीका में 27 लाख लोगों को कवर करते हुए संक्रमणों की रिपोर्ट को देखा है, जिसमें 35,000 से अधिक लोग कोविड-19 संक्रमण से एक से अधिक संक्रमित हुए हैं। पॉजिटिव टेस्ट वाले 27 लाख लोगों में से 35,670 संदिग्ध पुन: संक्रमित पाए गए। एक प्रीप्रिंट में ऑनलाइन पोस्ट की गई अपनी रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने कहा है, हमने कम से कम दो बार संक्रमित होने वाले 35,670 संदिग्ध मामलों की पहचान की (27 नवंबर 2021 तक), 332 व्यक्तियों में तीन बार संक्रमण और एक व्यक्ति में चार बार संदिग्ध संक्रमण की पुष्टि हुई है।

उन्होंने कहा, जिन व्यक्तियों में एक से अधिक पुन: संक्रमण हुआ है, उनमें से 47 (14.2 प्रतिशत) ने नवंबर 2021 में अपने तीसरे संक्रमण का अनुभव किया, जो बताता है कि कई तीसरे संक्रमण मामले ओमिक्रॉन वैरिएंट से जुड़े हैं। वे मान रहे हैं कि दक्षिण अफ्रीका में मामलों में हालिया तेजी ओमिक्रॉन के प्रसार को दर्शाती है, न कि कुछ अन्य कारक जैसे कि कमजोर प्रतिरक्षा। जिन लोगों के मामलों का वे वर्णन करते हैं उनमें वायरस अनुक्रमित या सीक्वेंस्ड नहीं हुआ है, इसलिए यह निश्चित नहीं है कि वे वास्तव में ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron variant) से संक्रमित थे या नहीं। हालांकि, अधिकारियों ने कहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट अब दक्षिण अफ्रीका में प्रमुख कोरोनावायरस स्ट्रेन है, जो नवंबर में आनुवंशिक रूप से सीक्वेंस्ड 74 प्रतिशत नमूनों के लिए जिम्मेदार है। वैरिएंट की वास्तविक व्यापकता को निर्धारित करने के लिए अधिक संख्या में सीक्वेंसिंग चल रही है।