/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2023/03/05/3-1678016898.jpg)
अगर शरीर को स्वस्थ रखना है तो सही खानपान बहुत जरूरी है। पॉष्टिक खाना ना खाने की वजह शरीर में कई सारी बीमारियां होने लगती है। शरीर के लिए कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन्स, मैगनीज और सारे मिनरल्स के साथ ओमेगा 3 फैटी एसिड भी बेहद जरूरी है। ओमेगा 3 फैटी एसिड का कनेक्शन ज्यादातर लोग हार्ट डिजीज से लगाते हैं। लेकिन ये फैटी एसिड शरीर में और भी कई सारी बीमारियों की वजह बन जाता है। इसलिए केवल दिल की बीमारियों के लिए ही नहीं बल्किन इन तकलीफों के होने पर भी ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा डाइट में बढ़ा देनी चाहिए।
यह भी पढ़ें- क्या सच में आपका लाइफ पार्टनर है वफादार, कहीं आपको तो नहीं दे रहा धोखा, बस एक झटके में जानें
अगर आप किसी बात पर ध्यान नहीं लगा पाते या कंसन्ट्रेशन की कमी रहती है तो डाइट में ओमेगा 3 फैटी एसिड को भी जरूर शामिल करें। इसकी कमी से चिड़चिड़ापन होने लगता है। किसी चीज पर पूरा फोकस नहीं कर पाते। चीजों को याद रखने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो ओमेगा 3 की मात्रा खाने में बढ़ा दें।
हड्डियों और जोड़ों की मजबूती के लिए कैल्शियम और विटामिन डी को प्रमुख माना जाता है। लेकिन ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी से भी शरीर में जकड़न और जोड़ों में दर्द महसूस होता है। अगर स्ट्रेस रहता है और तनाव-थकान की वजह से नींद नहीं आती तो ओमेगा 3 फैटी एसिड वाले फूड को भी जरूर खाएं।
स्किन पर भी ओमेगा 3 की कमी का असर दिखता है। इसकी कमी से सेंसेटिव, ड्राई स्किन और बिना वजह से एक्ने होना कई बार ओमेगा 3 की कमी की वजह से होता है। ऐसा इसलिए क्यों कि ओमेगा 3 स्किन के मॉइश्चर को बचाता है और किसी भी तरह के ड्राईनेस और इरिटेशन को होने से रोकता है।
यह भी पढ़ें- डेटिंग साइट से लड़की ने घर पर बुलाए 65 मर्द, फिर शुरू हुआ पार्टियों का दौर, अब रोज करना चाहती है ऐसा काम
बता दें कि ओमेगा 3 फैटी एसिड का मुख्य स्त्रोत साल्मन फिश, हेरिंग, सार्डिन जैसी फिश होती हैं। लेकिन वेजिटेरियन लोग अखरोट, चिया सीड्स, सोयाबीन, एवाकाडो और कैनोला ऑयल के जरिए ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी को पूरा कर सकते हैं।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |