कोरोना संक्रमण को लेकर शुरुआत से ही चमगादड़ को जिम्मेदार माना जा रहा है। वहीं चमगादड़ एक बार फिर से चर्चा में हैं। दरअसल, चमगादड़ ने जानवरों के पलायन के अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। एक चमगादड़ ऐसा उड़ा कि दो हजार किलोमीटर की दूरी पार कर गया। इस लंबे सफर में उसने ब्रिटेन से रूस तक का सफर तय कर लिया। एक खास बात भी रही कि यह सफर उसका अंतिम सफर भी बन गया। रूस पहुंचते ही एक बिल्ली का शिकार हो गया। अंगूठे के आकार के इस चमगादड़ का नाम ‘नाथुसियस का पिपिस्ट्रेल’ था।

इस चमगादड़ को रूस के एक गांव में पाया गया। इसके पास एक यूनिक रिंग थी, जो अमूमन जानवरों को किसी तरह के शोध या अध्ययन के तहत दी जाती है। यह चमगादाड़ 30 जुलाई को एक एनमिल रेस्क्यू ग्रुप को मिला था। इसे एक बिल्ली ने घायल कर दिया था। इसके बाद इस चमगादड़ की मौत हो गई। उसकी मौत के बाद जब रिंग देखी गई तो पता चला कि वह लंदन से इतनी दूर आई थी। इस पर टैग लगाने वाले ब्रायन ब्रिग्स का कहना है कि उसका सफर काफी रोमांचक है। टैग की वजह से संरक्षण के कार्य की अहमियत पता चलती है और पलायन जैसे ट्रेंड का अध्ययन किया जा सकता है।

चमगादड़ सर्दियों में पूर्वी या पश्चिमी यूरोप से ब्रिटेन आते हैं। इससे पहले एक चमगादड़ साल 2017 में लातविया से स्पेन गया था और उसने भी करीब 2000 किलोमीटर की दूरी तय की थी। रूस और ब्रिटेन के एक्सपर्ट एक साथ काम करके इसे समझने की कोशिश कर रहे हैं।