एलपीजी सिलिंडर की होम डिलीवरी की प्रक्रिया बदल रही है जिसके बाद अब ओटीपी डालने के बाद ही ये काम हो सकेगा। जी हां, यह प्रक्रिया 1 नवंबर से शुरू हो रही है। दरअसल, तेल कंपनियां गैस की चोरी रोकने और सही उपभोक्ताओं की पहचान के लिए के नई व्यवस्था लागू करने जा रही है। इसे Delivery Authentication Code (DAC) नाम दिया गया है।

Delivery Authentication Code (DAC) को सबसे पहले 100 स्मार्ट शहरों में लागू किया जाएगा। इसके लिए पहले ही राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है। इस सिस्टम के तहत सिलिंडर की बुकिंग के बाद उपभोक्ता के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक कोड भेजा जाएगा। डिलीवरी पर्सन को कोड दिखाने के बाद ही सिलिंडर की डिलीवरी होगी।

अगर उपभोक्ता का मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है तो डिलीवरी पर्सन एक ऐप के जरिए इसे रियल टाइम में अपडेट करेगा और कोड जेनरेट करेगा। इस व्यवस्था के लागू होने से उन लोगों को परेशानी होगी जिनका पता या मोबाइल नंबर गलत है। गलत जानकारी के कारण उनके गैस सिलिंडर की डिलीवरी बंद हो सकती है। 100 स्मार्ट शहरों के बाद इसे दूसरे शहरों में लागू किया जाएगा। यह सिस्टम कमर्शियल सिलिंडरों पर लागू नहीं होगा।