/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/12/06/1-1638776138.jpg)
नई दिल्ली. एंप्लाई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन या ईपीएफओ (EPFO) दुनिया का सबसे बड़ा सामाजिक सुरक्षा संगठन है, जो भारत में प्रोविडेंट फंड (PF), पेंशन आदि को रेगुलेट और मैनेज करता है. हालांकि एक ईपीएफओ मेंबर के लिए यह जानना दिलचस्प होगा कि वह अपने एंप्लाई प्रोविडेंट फंड अकाउंट यानी ईपीएफ अकाउंट (EPF Account) से अपने एलआईसी प्रीमियम (LIC Premium) का पेमेंट कर सकता है.
टैक्स एंड इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट के मुताबिक, ईपीएफ अकाउंट से एलआईसी प्रीमियम पेमेंट के लिए, ईपीएफओ में फॉर्म 14 जमा करना होगा और फॉर्म 14 जमा करते समय, किसी का ईपीएफ बैलेंस कम से कम दो साल की एलआईसी प्रीमियम अमाउंट के बराबर होना चाहिए. लाइवमिंट ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.
ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के फाउंडर और एमडी पंकज मठपाल ने कहा, ”एक ईपीएफओ मेंबर को ईपीएफओ में फॉर्म 14 जमा करने पर पीएफ से एक बार ही एलआईसी प्रीमियम के पेमेंट की सुविधा दी जाती है. एलआईसी की पॉलिसी खरीदते समय या उसके बाद एलआईसी प्रीमियम जमा करने के लिए इस सुविधा का लाभ लिया जा सकता है.
ट्रांसेंड कैपिटल के डायरेक्ट-इन्वेस्टमेंट कार्तिक झावेरी ने कहा, “इस सुविधा का लाभ लेने के लिए यह फॉर्म जमा करना होता है और एलआईसी और ईपीएफओ दोनों को एलआईसी पॉलिसी और ईपीएफ अकाउंट को जोड़ने की अनुमति देनी होती है. ईपीएफओ की यह सुविधा सिर्फ एलआईसी प्रीमियम के पेमेंट पर ही उपलब्ध है. किसी दूसरी इंश्योरेंस कंपनी के प्रीमियम के पेमेंट के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.”
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |