राष्ट्रीय राजधानी में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर इजरायली दूतावास के पास चार दिन पहले हुए विस्फोट से सुरक्षा प्रतिष्ठानों में खलबली मचाने के बाद मंगलवार को केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को इसकी जांच सौंप दी। चूंकि एनआईए को आतंकवाद से संबंधित मामलों में विशेषज्ञता प्राप्त है, इसलिए यह गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा जारी आधिकारिक आदेश प्राप्त करने के बाद जल्द ही जांच शुरू कर देगी। यह मंत्रालय देश भर में आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक जिम्मेदार मंत्रालय है। फिलहाल इस विस्फोट मामले को दिल्ली पुलिस देख रही है।

मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि आदेश जारी कर दिया गया है, जबकि एनआईए ने कहा है कि वह औपचारिक निर्देश प्राप्त करने के बाद जांच शुरू करेगी। गौरतलब है कि सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संबंध में अपने इजरायली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ टेलीफोन पर बातचीत की थी। बातचीत में मोदी ने इजरायली दूतावास के पास आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और नेतन्याहू को आश्वासन दिया कि भारत इजरायल के राजनयिकों और इसके दूतावास परिसरों की सुरक्षा को सबसे अधिक महत्व देता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अपराधियों को खोजने और उन्हें दंडित करने के लिए भारत अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल करेगा।

शुक्रवार शाम लगभग 5 बजे दूतावास के पास यह बम धमाका भारत और इजरायल के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 29वीं वर्षगांठ पर हुआ था। विस्फोट स्थल से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर बीटिंग रिट्रीट समारोह हो रहा था। विस्फोट के कारण सडक़ पर खड़ी तीन कारें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं, हालांकि विस्फोट में कोई भी घायल नहीं हुआ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बाद में अपने इजरायली समकक्ष गबी अशकेनाजी से बात की और उन्हें भारत में इजरायली मिशन और उसके राजनयिकों को पूर्ण संरक्षण देने का आश्वासन दिया। पुलिस ने कहा कि प्रथम द्रष्टया यह बम सडक़ के डिवाइडर पर एक फ्लावरपॉट में लगाया गया था। इसके बाद विस्फोट स्थल से इजरायल दूतावास के राजदूत को संबोधित एक पत्र भी बरामद किया गया था।