भारत में कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। नए आंकड़ों के अनुसार भारत में 129 दिनों के बाद एक दिन में 1,000 से अधिक कोविड मामले दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही देश में कोरोना के सक्रिय मामले बढ़कर 5,915 हो गए हैं। इस बीच एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है। दरअसल अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की एक टीम के अनुसार चीन के वुहान शहर के एक सीफूड मार्केट में बेचे जाने वाले रैकून कुत्तों में SARS-CoV-2 वायरस मौजूद था, जो कोरोना महामारी फैलने की वजह हो सकता है और प्राकृतिक उत्पत्ति के बारे में केस स्टडी को मजबूत कर रहा है।

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अगर रैकून डॉग्स की बात की जाए तो इनके कान छोटे होते हैं। देखने में भूरे लगते हैं लेकिन रंग थोड़ा बहुत बदल भी सकता है। इनके शरीर के बाल घने और मुलायम होते हैं। चेहरा सफेद और आंखों के आसपास कालापन होता है। ये पूर्वी साइबेरिया, उत्तरी चीन, उत्तरी वियतनाम, कोरिया और जापान में पाए जाते हैं।इनके सिर छोटे होते हैं। पैर छोटे और बॉडी का वजन 4 से 6 किलो या 10 किलो तक हो सकता है। ये 5 से 8 साल तक जिंदा रह सकते हैं। रैकून डॉग छोटे जानवर, चिड़िया और अंडे खाते हैं। ये झील या नदी से मछली भी दबोच लाते हैं।

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आपको यह जानकर काफी हैरानी होगी कि चीन में इन रैकून डॉग्स पर काफी अत्याचार किया जाता है। मार्केट में इन्हें बेचा जाता है। वहीं इनकी खाल पाने के लिए चीनी लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं। कहा जाता है कि इनके जिंदा ही इनके शरीर से खाल खींची जाती है। पहले इनके शरीर की हड्डियों को तोड़ा जाता है फिर बिना मारे ही इनकी खाल खींच ली जाती है। इतना ही नहीं कभी बार ये जानवर खाल निकालने के बाद भी जिंदा तड़पते रहते हैं। चीन में इनकी खाल उतारने का कोई कानून नहीं है। अब पूरी दुनिया एक बार फिर से बेजुबानों पर चीन की क्रूरता को महसूस कर रही है।