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नागालैंड के 41 विधायकों ने मुख्यमंत्री डॉ. शुरहोजेली लीजीत्सु से यह कहते हुए इस्तीफा मांगा है कि उनके पास पद पर बने रहने के लिए पर्याप्त बहुमत नहीं है।
विधायकों ने रविवार को एक सामूहिक बयान जारी कर आरोप लगाया कि 60 सदस्यीय विधानसभा में मुख्यमंत्री को महज 10 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और वह कुर्सी से जबरदस्ती चिपके हुए हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री शुरहोजेली लीजीत्सु ने अपने इस्तीफे की मांग के बाद दस संसदीय सचिवों को बर्खास्त कर दिया था।
पूर्व मुख्यमंत्री टी. आर. जेलियांग के शनिवार को राज्यपाल पी.बी.आचार्य को एक पत्र लिखकर नई सरकार बनाने के दावे के बाद मुख्यमंत्री ने यह कदम उठाया है।
जेलियांग ने दावा किया है कि उन्हें एनपीएफ के 33 विधायकों व सात निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है।
अपने इस्तीफे के मांग के बाद लीजीत्सु ने एनपीएफ के चार विधायकों व छह निर्दलीय विधायकों को संसदीय सचिव के पद से बर्खास्त कर दिया। लीजीत्सु एनपीएफ प्रमुख हैं।
नागालैंड सरकार ने जेलियांग को सलाहकार (वित्त) व नुकलोतोशी को मुख्यमंत्री के सलाहकार के पद से बर्खास्त करने की अधिसूचना जारी कर दी है।
विधायकों को बर्खास्त करने के अलावा एनपीएफ की अनुशासन कार्रवाई समिति ने शनिवार को दस विधायकों को पार्टी का प्राथमिक व सक्रिय सदस्यता से निलंबित कर दिया।
निलंबित किए जाने वालों में गृहमंत्री यांथुगो पैटन, विद्युत मंत्री किपिली संगतम, राष्ट्रीय राजमार्ग व राजनीतिक मामलों के मंत्री जी. कातिओ आई, वन व पर्यावरण मंत्री इमकोंग एल. इमचेन के अलावा विधायक शितोई, नुकलोतोशी, डेओ नुकु, नईबा कोन्याक, बेंजोंगलिबा व पूर्व मुख्यमंत्री जेलियांग शामिल हैं।
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