हिमाचल ने पात्र लक्षित आबादी का शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है। इस मौके पर राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP nadda) ने कहा कि आगामी छ: महीनों के भीतर एम्स, बिलासपुर (AIIMS Bilaspur) को पूरी तरह से शुरू कर दिया जाएगा। इसके जरिये क्षेत्र के लोगों के साथ प्रदेश के लोगों को राज्य में ही अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। नड्डा आज बिलासपुर में राज्य की लक्षित पात्र आबादी के शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के ऐतिहासिक अवसर पर कोविड टीकाकरण (covid vaccination) के अन्तर्गत कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।

जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) ने कहा कि दिल्ली से बाहर एम्स की स्थापना करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक परिकल्पना थी, क्योंकि वर्ष 1960 में दिल्ली में पहला एम्स (delhi AIIMS) स्थापित किया गया था। उन्होंने कहा कि पूरे देश में 22 एम्स स्थापित किए जा रहे हैं और यह सब प्रधानमंत्री के प्रयासों से सम्भव हो पाया है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान की आधारशिला प्रधानमंत्री द्वारा लगभग तीन वर्ष पहले रखी गई थी। इस संस्थान को एक वर्ष पूर्व पूरा कर लिया जाता, परन्तु कोरोना महामारी के कारण इस संस्थान के कार्य की गति प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला को पीजीआई चंडीगढ़ का 500 करोड़ रुपये का सैटेलाइट सेन्टर मिला है।

राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष (National BJP President) ने कहा कि अमेरिका जैसे उन्नत राष्ट्र भी इस महामारी से निपटने में विफल रहे हैं, जबकि 130 करोड़ आबादी वाला देश भारत, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) के सक्षम नेतृत्व में विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर इस महामारी को रोकने में सफल हुआ है। उन्होंने कहा कि देश में अब तक 127 करोड़ टीकाकरण की खुराकें दी जा चुकी हैं और विश्व के लगभग 50 देशों को वैक्सीनेशन आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने के लिए राज्य सरकार, चिकित्सकों, स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों और सभी अग्रिम पंक्ति के कर्मियोंं को बधाई दी क्योंकि उनके समर्पण और प्रतिबद्धता के कारण ही हिमाचल, टीकाकरण में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है।