सर्दी के दिनों में सरसों का साग (Mustard greens) बाजार में आसानी से मिल जाती है। सेहत के लिए साग किसी वरदान से कम नहीं है। इसके सेवन से शरीर हायड्रेट रहता है। सर्दी के दिनों में सरसों की खेती की जाती है। इसकी पत्तियों की साग बनाई जाती है। वहीं, सरसों से तेल तैयार किया जाता है। इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों में (benefits of mustard greens) फायदेमंद होते हैं। आयुर्वेद में सरसों का इस्तेमाल दवा और किचन में तडक़ा लगाने के लिए किया जाता है। साथ ही सरसों के साग के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत रहता है। कई शोधों में दावा किया गया है कि सर्दी के मौसम में सरसों का सेवन फायदेमंद साबित होता है। आइए, इसके अन्य फायदे जानते हैं-

बता दें कि गलत खानपान के चलते कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) बढऩे लगता है। इसके लिए खानपान में सुधार के साथ-साथ संतुलित आहार लें। वहीं, सर्दियों में डाइट में सरसों का साग (Mustard greens) जरूर शामिल करें। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। साथ ही हृदय सेहतमंद रहता है। एक शोध में खुलासा हुआ है कि सरसों के साग के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इसमें विटामिन-ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके लिए सर्दियों में अपनी डाइट में सरसों का साग जरूर शामिल करें। 

सरसों में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants) के गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों में फायदेमंद साबित होते हैं। खासकर कैंसर जैसी घातक बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इसके लिए डॉक्टर्स सरसों का साग खाने की सलाह देते हैं। गर्भवती महिलाओं में आयरन की कमी होती है। डॉक्टर्स हमेशा गर्भवती महिलाओं को डाइट में साग शामिल करने की हिदायत देते हैं। इसके सेवन से आयरन की कमी दूर होती है। गर्भवती महिलाओं को रोजाना सरसों के साग का सेवन करें।