मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में एक सप्ताह से अधिक समय से लगातार हो गयी बारिश के चलते जिले में आज तक 960 मिलीमीटर (मिमी) वर्षा हो चुकी है, जो जिले की कुल औसत वर्षा 816.3 मिमी से अधिक है। भू अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 9 दिनों में जिले में जो बारिश हुई है, उसी वर्षा से जिले की कुल औसत वर्षा न केवल पूरी हो चुकी है, बल्कि उससे अधिक वर्षा हो चुकी है। इसी बीच जिले के विभिन्न स्थानों पर बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को सेना के हेलीकॉप्टर, एनडीआरएफ की टीम, होमगार्ड एवं जिला प्रशासन के सहयोग से रेस्क्यू करके लगातार निकालने का काम जारी है। 

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सभी लोगों को निकाल लिया गया है। गोरा टीला गांव के पास दो जगह से निकली सिंध नदी के बीच फंसे लोगों को निकालने का कार्य भी किया जा रहा है। शिवपुरी-नरवर रोड पर स्थित मणिखेड़ा बांध के 10 गेट खोले जा चुके हैं। शिवपुरी-ग्वालियर सीमा पर स्थित मोहनी सागर बांध के गेट भी खोले गए हैं। शिवपुरी से नरवर को एवं नरवर से मगरोनी कस्बे को जोडऩे वाले सिंध नदी पर बने प्राचीन दोनों पुल, नदी के तेज बहाव के कारण क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। शिवपुरी शहर की अस्त-व्यस्त हुई विद्युत आपूर्ति व्यवस्था अभी तक सभी जगह बहाल नहीं हो पाई है। शहर की पेयजल आपूर्ति भी लगभग ठप है। सभी जगह जलभराव है तथा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर फसलें बह चुकी हैं। पुल पुलिया क्षतिग्रस्त हुए हैं। कई मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। 

शिवपुरी विधायक एवं मध्यप्रदेश की कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ग्वालियर आईजी अविनाश शर्मा, डीआईजी ग्वालियर रेंज राजेश हिंगणकर, कलेक्टर शिवपुरी अक्षय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक शिवपुरी राजेश सिंह चंदेल लगातार बचाव कार्य की कमान संभाले हैं। कलेक्टर अक्षर सिंह ने बताया कि गोरख टीला में सिंध नदी के पानी में फंसे लगभग 25 लोगों को भी सुरक्षित निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि जिले से सभी लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है और सभी व्यवस्थाएं भी बहाल किए जाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन पुलिस द्वारा लगातार पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है एवं जरूरतमंदों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।