नौकरी के बाद रिटायरमेंट लाइफ के लिए भी पैसों की जरूरत होती है।  हर कोई चाहता है कि रियाटरमेंट के बाद उसके पास नियमित पैसा आते रहे। नियमित पैसों के प्रवाह या पेंशन के लिए एक व्यक्ति को अपनी रिटायरमेंट की आयु में एकमुश्त राशि का निवेश करना चाहिए।  तत्काल निवेश योजना खरीदने के अलावा निवेश के अन्य विक्लपों के बारे में भी जानकारी लेनी चाहिए।  ये विकल्प रिटायरमेंट के बाद भी आपको नियमित रूप से पैसा देते रहेंगे। 

वार्षिकी योजना

- वार्षिकी योजनाओं का लाभ आपके पूरे जीवन के लिए नियमित और गारंटीकृत भुगतान है.

- वार्षिकी दो तरह की होती है, तात्कालिक और आस्थगित वार्षिकी.

- तत्काल वार्षिकी में आपको बीमा कंपनी को एकमुश्त राशि का भुगतान करने के तुरंत बाद पेंशन मिलती है.

- आस्थगित वार्षिकी में निर्धारित समय अवधि के बाद पेंशन मिलती है.

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना

- एलआईसी की तरफ से रिटायर हो चुके लोगों के लिए मृत्यु लाभ के साथ दिया जाने वाला यह एक यह एक गारंटीकृत पेंशन उत्पाद है.

- इसमें 60 वर्ष और उससे अधिक आयु का व्यक्ति निवेश कर सकता है.

- मौजूदा समय में ब्याज दर मासिक रूप से प्रति वर्ष 7.4% है और इसकी दरें वार्षिक रूप से भिन्न हैं.

- एक बार निवेश करने पर पूरे कार्यकाल के लिए दर स्थिर हो जाती है.

- मासिक भुगतान के लिए निवेश की ऊपरी सीमा प्रति व्यक्ति 15 लाख रुपये है.

- पेंशन राशि पूरी तरह से कर योग्य है.

- कार्यकाल लॉक-इन अवधि के साथ 10 वर्ष है.

 PPF

- बचत के लिए PPF सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से एक है. इसमें पैसा जमा करते जाएं और ब्याज लेते रहें.

- इसका ब्याज भी टैक्स फ्री होता है.

- आप बैंक ऑर पोस्ट ऑफिस से पीपीएफ खोल सकते हैं.

 NPS

- नेशनल पेंशन सिस्‍टम में निवेश करने से आप आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत 5 लाख रुपये तक की कटौती का लाभ पा सकते हैं.

- NPS में 6 अलग अलग फंड में निवेश किया जा सकता है.

- NPS में सालाना न्यूनतम निवेश 6,000 रुपये कर सकते हैं. इसमें निवेश की कोई ऊपरी सीमा नहीं है.