मोदी सरकार एकबार फिर से किसानों पर मेहरबान हुई है जिसके तहत नारियल की फसल पर MSP को बढ़ा दिया है। सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सूखे नारियल और गोल नारियल का एमएसपी बढ़ाने का फैसला किया है। कैबिनेट में सूखे नारियल का एमएसपी 375 रुपये प्रति क्विंटल और गोल नारियल का 300 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने का फैसला किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज हुई कैबिनेट कमेटी ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स की बैठक में 2021 सीजन के लिए नारियल की MSP पर मुहर लगा दी गई। फेयर एवरेज क्वालिटी वाले सूखे नारियल की एमएसपी बढ़ाकर 10335 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इसका लागत मूल्य 6805 है। 2020 सीजन के लिए इसकी एमएसपी 9960 रुपये प्रति क्विंटल थी। जबकि बॉल नारियल के लिए एमएसपी को बढ़ाकर 10600 रुपये कर दिया गया है जो पिछले साल 10300 रुपये प्रति क्विंटल थी।

कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने बताया कि सूखे नारियल की एमएसपी उसके उत्पादन लागत से 52 परसेंट ज्यादा है जबकि बॉल नारियल की एमएसपी उसके उत्पादन लागत से 55 परसेंट ज्यादा है। 2021 सीजने के लिए नारियल की एमएसपी उसी सिद्धांत पर है जिसमें तय किया गया था कि एमएसपी का स्तर औसत उत्पादन लागत से कम से कम डेढ़ गुना होना चाहिए। इस स्तर को सरकार ने बजट 2018-19 में तय किया था।

प्रकाश जावडेकर ने कहा कि बाजार कीमतें आमतौर पर एमएसपी से ज्यादा होती हैं, लेकिन कभी भी अगर कीमतें सपोर्ट प्राइस से नीचे आती हैं तो सरकारी एजेंसियां किसानों के हितों की रक्षा के लिए उन प्रोडक्ट्स को खरीद लेंगी। नेफेड और एनसीसीएफ दोनों ही केंद्रीय नोडल एजेंसियां हैं जो नारियल उगाने वाले राज्यों में प्राइस सपोर्ट को देखती हैं। भारत गरी उगाने वाला दुनिया का नंबर एक देश है। इसका उत्पादन 12 तटीय राज्यों में खासतौर पर किया जाता है।