उत्तर प्रदेश में आगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।  जिसको देखते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने मोर्चा संभाल लिया है।  इस कड़ी में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में मायावती का प्रबुद्ध सम्मेलन शुरू हो चुका है।  कार्यक्रम की शुरूआत में जय श्री राम और जय परशुराम के नारे लगे। साथ ही कार्यकर्ताओं ने 'हाथी नहीं गणेश है, ब्रह्मा, विष्णु, महेश है.' का नारा भी लगाया। 

मायावती ने कहा कि ब्राह्मण समाज का हर स्तर पर शोषण होता है।  ऐसे में ब्राह्मण किसी के बहकावे में न आए।  उन्होंने कहा कि SP, BJP की सोच पूंजीवादी है, जबकि BSP की कथनी और करनी में अंतर नहीं होता।  उन्होंने कहा कि इस बार बसपा 2007 वाली जीत फिर से दोहराएगी।  मायावती ने कहा कि 2007 की कामयाबी को फिर से दोहराना है, इसके लिए बीएसपी सोशल इंजीनियरिंग को दोहराने की कोशिश कर रही है। 

मायावती ने कहा कि 2022 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने पर ब्राह्मण समाज का पूरा ख्याल रखा जाएगा।  उन्हें उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा और जो भी गलत कार्रवाई की गई है इनके खिलाफ उसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी। 

प्रबुद्ध सम्मेलन के समापन कार्यक्रम में मायावती ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा।  उन्होंने कहा कि बीजेपी BSP की नकल में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर रही है।  BSP की तर्ज पर भाजपा भी प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन और महिला सम्मेलन आयोजित करने में जुट गई है। 

मायावती ने कहा, प्रत्येक विधानसभा में 1000 ब्राह्मण कार्यकर्ता तैयार करने है।  इस दौरान महिला कार्यकर्ताओं को भी मौका दिया जाएगा।  ब्राह्मणों के साथ-साथ क्षत्रिय और ओबीसी समाज को भी हमें साथ लेकर चलना है और उन्हें जोड़ना है। 

मायावती ने कहा कि मोहन भागवत ने कहा था कि हिंदू और मुसलमान का डीएनए एक है और उनके पूर्वज भी एक ही हैं, मैं पूछना चाहती हूं कि अगर उनके पूर्वज एक हैं तो भाजपा सौतेला व्यवहार क्यों कर रही है।