उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव (UP assembly elections 2022) में बहुजन समाज पार्टी (BSP) (बसपा) की अध्यक्ष मायावती (Mayawati) खुद चुनाव नहीं लड़ेंगी। बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा (Satish Chandra Mishra) ने मंगलवार को एक समाचार चैनल को दिये बयान मेें कहा कि पार्टी अध्यक्ष चुनाव नहीं लड़ेगी। हालांकि मिश्रा ने खुद भी चुनाव न लड़ने की बात कही। 

चुनाव आयोग (Election commission) द्वारा घोषित चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से 07 मार्च तक सात चरण में विधानसभा चुनाव होंगे। मिश्रा (Satish Chandra Mishra)  राज्यसभा में बसपा संसदीय दल के नेता हैं। मायावती भी इससे पहले राज्यसभा सदस्य थीं लेकिन उन्होंने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। ब्राह्मण मतदाताओं को लुभाने की सभी दलों की कोशिशों के सवाल पर मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मण समाज को डराने के लिये सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने फरसा उठाया था, लेकिन फरसा गिर गया।

उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज इतना मासूम नहीं है कि सपा और भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुये अत्याचारों को भूल सकता हैं। पिछले पांच साल मेें 500 ब्राह्मणों की हत्यायें हुयी हैं। इसी तरह का अत्याचार सपा (SP) के कार्यकाल में भी हुआ। मिश्रा ने कहा कि भाजपा (BJP) नेतृत्व ने भी हाल ही में ब्राह्मण नेताओं की दिल्ली में बैठक बुलायी थी। इसका मकसद ब्राह्मणों की नाराजगी को दूर करने के उपायों पर चर्चा करना था। मिश्रा ने कहा कि जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक भाजपा नेतृत्व को बैठक में ब्राह्मण नेताओं ने दो टूक कह दिया कि ब्राह्मणों की नाराजगी दूर करने के लिये अब कोई भी उपाय काम नहीं आयेंगे।