देश में कोरोना अभी तक खत्म नहीं हुआ है। दूसरी लहर ने देश को कई तरह से नुकसान पहुंचाया है। कोरोना की तीसरी लहर भी देश में आ चुकी है। वैसे तो कोरोना धीरे धीरे कमजोर होता जा रहा है। देश में जहां रोजाना 4 लाख के आसपास नए केस आ रहे थे, तो वहीं अब यह संख्या घटकर एक लाख के आसपास पहुंच गई है। इस स्थिति को देखते हुए  स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की है।


केंद्रीय स्वागस्य्ी   मंत्रालय के डायरेक्टुरेट जनरल ऑफ हेल्थर सर्विसेज ने बिना लक्षण या हल्केअ लक्षण वाले कोरोना मरीजों के इलाज के लिए संशोधित गाइडलाइंस जारी की है। इन गाइडलाइंस के तहत एंटीपाइरेटिक और एंटीट्यूसिव को छोड़कर अन्यश सभी दवाएं बंद दी गई हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉक्टारों की ओर से दी जाने वाली हाइड्रॉक्सीाक्लो रोक्वीवन, आइवरमेक्टिन, डॉक्सीलसाइक्लिन, जिंक, मल्टीीविटामिन और अन्यल दवाओं को बंद कर दिया है।


नई गाइडलाइंस ने मुताबिक अब कोरोना मरीजों को सिर्फ बुखार के लिए एंटीपाइरेटिक और सर्दी जुकाम के लक्षण के लिए एंटीट्यूसिव ही दी जाएगी। गाइडलाइंस में डॉक्टेरों को मरीजों के गैर जरूरी टेस्टल बंद करने के लिए भी कहा है जिसमें सीटी स्कैेन भी शामिल है। कोरोना से बचाव के लिए लोगों को सोशल डिस्टेंेसिंग, फेस मास्के और हाथ धोने का सुझाव दिया गया है। गाइडलाइंस में कोरोना मरीजों और उनके परिजनों को खुद से ही बुखार, सांस लेने में तकलीफ और ऑक्सीसजन लेवल की निगरानी करने को कहा गया है।