गिरफ्तार आम आदमी नेता मनीष सिसोदिया ने दिल्ली की तिहाड़ जेल से एक संदेश भेजा है, जिसमें कहा गया है कि कारावास उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है लेकिन यह उनके हौसले को नहीं तोड़ सकता।

सिसोदिया को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 26 फरवरी को 2021-22 के लिए अब रद्द की जा चुकी दिल्ली आबकारी नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। गुरुवार को उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था।

साहेब, आप मुझे जेल में डाल कर परेशान कर सकते हैं।  लेकिन आप मेरे हौसले को नहीं तोड़ सकते। अंग्रेज शासकों ने स्वतंत्रता सेनानियों को भी परेशान किया, लेकिन उनका हौसला नहीं टूटा - जेल से मनीष सिसोदिया का संदेश," हिंदी में ट्वीट किया गया। आप नेता का आधिकारिक ट्विटर हैंडल।

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आपको बता दें कि सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया ने दिल्ली कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया।

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने शुक्रवार को आबकारी नीति मामले में सिसोदिया को 17 मार्च तक ईडी की रिमांड पर भेज दिया। अदालत ने कहा कि उसे विस्तृत और व्यापक पूछताछ और टकराव के उद्देश्य से 7 दिनों की अवधि के लिए हिरासत में भेजा जा रहा है।

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सुनवाई के दौरान मनीष सिसोदिया की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन ने सिसोदिया की 10 दिन की हिरासत की मांग वाली ईडी की याचिका का विरोध किया। एजेंसी ने कहा कि वह सिसोदिया से पूछताछ करने के लिए 10 दिन की हिरासत की मांग कर रही है ताकि उसकी कार्यप्रणाली की पहचान की जा सके और समन किए गए अन्य लोगों का सामना किया जा सके।

ईडी ने कोर्ट को बताया कि सिसोदिया ने दूसरे लोगों के नाम से सिम कार्ड और मोबाइल फोन खरीदे थे।

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सिसोदिया को सीबीआई ने शराब नीति मामले में 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था और उन्हें 6 मार्च को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। ईडी ने इस मामले में पहले भी एक और गिरफ्तारी की थी, क्योंकि इसने हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्र पिल्लई को अपने कब्जे में लिया था।