ये कहानी बोलिविया के एक ऐसे शख्स की है, जिससे जिंदा रहने के लिए कीड़े मकौड़ों को खाया। इतना ही नहीं कई बार तो उसे अपना पेशाब तक पीना पड़ा।  दरअसल 30 साल के जोनाथन एकोस्टा दोस्तों के साथ उत्तरी बोलीविया के अमेजन के जंगलों में शिकार के लिए गए थे। इस दौरान वो भटक गए और 31 दिनों तक जंगल में जिंदगी की जंग लड़ते रहे। 

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जोनाथन ने बताया कि उनकी बंदूक में बस एक ही गोली थी। उनके पास न तो माचिस थी और न ही उन्होंने अपने पास कोई टॉर्च रखी थी। उन्होंने पुष्टि की कि उन्हें कई जानवरों ने काटा और उन पर हमला किया और उन्हें कीड़े भी खाने पड़े।  उस व्यक्ति ने दावा किया कि वह जगुआर के साथ आमना-सामना भी किया और वह झगड़े में चमत्कारिक रूप से बच निकला। उन्होंने जंगल में पाए जाने वाले पपीते जैसे एक जंगली फल को भी खाया. वो हर समय ईश्वर से बारिश की प्रार्थना करते थे, जिससे उन्हें पीने के लिए पानी मिलता रहे। बारिश के पानी को वो अपने जूतों में जमा करके पीते थे, लेकिन जब कुछ दिन बारिश नहीं हुई तो उनकी जान पर बन आई जिसके बाद उन्होंने जिंदा रहने के लिए अपना पेशाब पिया।

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हालांकि अकोस्टा के परिवार ने उम्मीद नहीं खोई थी। एक सर्च पार्टी ने कथित तौर पर झाड़ियों के माध्यम से उसे मदद के लिए चिल्लाते हुए सुना। खोज दल पहले उससे डरा हुआ था, क्योंकि उसका रूप बहुत बदल गया था और वह आदमी बन्दूक लिए हुए था। जंगल में रहने के दौरान एकोस्टा का टखना टूट गया और उनके शरीर में पानी की भारी कमी हो गई थी। उनका चेहरा भी बुरी तरह सूज गया था। रेस्क्यू के बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनका इलाज किया गया।