किसानों के आंदोलन को लेकर बॉलीवुड की अनेक हस्तियों, क्रिकेटर्स समेत खेल जगत के कुछ जानेमाने लोगों की ओर से किए गए ट्वीट्स पर महाराष्ट्र की राजनीति गर्मा गई है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य और मुंबई कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के दबाव में जानेमाने लोगों की ओर से ट्वीट किए गए। 

महाराष्ट्र के गृह मंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख ने कहा है कि राज्य की इंटेलीजेंस एजेंसीज इस मामले में जांच कर सच्चाई का पता लगाएंगी। वहीं बीजेपी नेता ने देशमुख के बयान पर सख्त प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बीजेपी नेता राम कदम ने ट्वीट में पूछा है कि क्या देश हित में इन सेलेब्रिटीज का ट्वीट करना क्या अपराध है। राम कदम के मुताबिक कांग्रेस को इन हस्तियों से माफी मांगते हुए फैसले को वापस लेना चाहिए।  

सचिन सांवत की ओर से एक वीडियो मीटिंग ऐप के जरिए किए गए सेशन में महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने भी हिस्सा लिया। बता दें कि देशमुख कोविड-19 पॉजिटिव होने के बाद क्वारनटीन में हैं। सांवत ने इस मौके पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री का ध्यान खींचते हुए आरोप लगाया कि ये बीजेपी का दबाव है कि देश में बॉलीवुड की अनेक हस्तियों और भारतीय क्रिकेटर्स समेत कुछ जानेमाने लोगों की ओर से किसानों के आंदोलन को लेकर करीब करीब मिलते-जुलते संदेश ट्वीट किए गए।   

सावंत ने कहा कि बीजेपी ने देश में इस वक्त खतरनाक स्थिति बना दी है। किसान आंदोलन को लेकर सावंत ने आरोप लगाया कि बीजेपी पूरी तरह अलोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है, जिससे हर कोई चिंतित है। सावंत ने इंटरनेशनल पॉप स्टार रिहाना की ओर से किसान आंदोलन को लेकर हाल में किए गए ट्वीट का हवाला दिया। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने इसके बाद डैमेज कंट्रोल में ट्वीट्स की मुहिम शुरू कराई जिसके लिए कई जानीमानी हस्तियों पर दबाव डाला गया।  

सांवत के आरोप के मुताबिक इस काम के लिए बीजेपी की ओर से इन हस्तियों को एक स्क्रिप्ट दी गई। सावंत ने कहा, “अक्षय कुमार और साइना नेहवाल ने एक जैसे ट्वीट किए। हमें लगता है कि इसके पीछे बीजेपी है। सुनील शेट्टी ने एक बीजेपी नेता को टैग भी किया है जो बीजेपी की भूमिका को पूरी तरह बेनकाब करता है। पार्टी (बीजेपी) की BCCI में भी भूमिका है और इसीलिए शायद कुछ क्रिकेटर्स ने भी एक ही दिशा में ट्वीट किए।”  

कांग्रेस नेता ने ये भी कहा, “अगर ये हस्तियां दबाव में हैं तो उन्हें राज्य की ओर से सुरक्षा दी जानी चाहिए। एक ऐसा समय था जब बॉलीवुड पर अंडरवर्ल्ड की ओर से दबाव डाला जाता था। लेकिन मौजूदा वक्त में ऐसे दबाव के मायने बिल्कुल बदल गए हैं। ऐसा लगता है कि खिलाड़ियों पर बीसीसीआई की तरफ से दबाव है। बॉलीवुड पर भी दबाव है और इसकी जांच की जानी चाहिए। जांच के लिए लिए आदेश दिए जाने की जरूरत है। और ये पता लगाने की जरूरत है कि हस्तियों पर कौन दबाव डाल रहा है?” 

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा, “26 जनवरी को अचानक सीन बदल गया। किसानों के आंदोलन को बदनाम करने के लिए कोशिशें की गईं। किसान शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे और अब चीजें धीरे धीरे सामने आ रही हैं कि कैसे उन्हें बदनाम करने के लिए साजिश रची गई।”  

देशमुख ने कहा, “क्या हस्तियों के ट्वीट्स किसी दबाव में सामने आए? हमारी इंटेलीजेंस एजेंसियां इस मामले को देखेंगी। कैसे अक्षय कुमार और साइना नेहवाल के ट्वीट्स एक जैसे थे, इसे देखा जाएगा। बीजेपी नेता को टैग करने वाले सुनील शेट्टी का ट्वीट भी हमारे सामने हैं और अब मामले की जांच की जाएगी।” इस बीच बीजेपी नेता राम कदम ने ट्वीट में कांग्रेस और महाराष्ट्र सरकार को इस मुद्दे पर आड़े हाथ लिया।

अपने ट्वीट में राम कदम ने लिखा, कि कांग्रेस पार्टी हमारे देश को बदनाम करने वालों की समर्थक और प्रवक्ता बन चुकी है। राम कदम ने सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर, अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी को टैग करते हुए लिखा,  “लता दीदी, सचिन तेंदुलकर की जांच का फैसला यह सुनिश्चित करता है कि कांग्रेस को देश से ज्यादा प्यार अपने दल से है। क्या देश हित मे इन सेलिब्रिटीज का ट्वीट लिखना अपराध हैं? कांग्रेस लता दीदी और सचिन से माफी मांगते हुए फैसला वापस ले।”