मध्य प्रदेश बोर्ड फॉर सेकेंडरी एजुकेशन ने कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाओं की तारीखें घोषित कर दी हैं।  इसके तहत रेगुलर और अन्य छात्रों के लिए प्रैक्टिकल परीक्षाएं 17 अप्रैल से 20 मई तक आयोजित की जाएगी।  इसके तहत ओपन स्कूल के छात्र निर्धारित परीक्षा केंद्र व्यावहारिक परीक्षा देंगे। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश बोर्ड ने आधिकारिक वेबसाइट  mpbse.nic.in  पर इस संबंध में एक नोटिफिकेशन जारी किया है।  इसके अनुसार बोर्ड ने सेकेंड्री और सीनियर सेकेंड्री बोर्ड परीक्षाओं मध्य प्रदेश बोर्ड ने नोटिफिकेशन में स्पष्ट किया है कि स्कूलों को इंटरनल असेसमेंट के मार्क्स को नियत समय पर भेजना होगा।  

इसके तहत रेग्युलर स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल मार्क्स 22 मई तक जमा किए जा सकते हैं। वहीं 25 मई तक 2000 रुपये प्रति पेपर के हिसाब से विलंब शुल्क के साथ जमा कर सकते हैं।  इसके अलावा 5,000 रुपये प्रति पेपर विलंब शुल्क के साथ 29 मई तक जमा किए जा सकते हैं।  वहीं ओपन स्कूल के छात्रों के लिए अंक निर्धारित समय सीमा के दो दिन बाद तक जमा किए जा सकते हैं। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्कूलों को छात्रों के फाइनल मार्क्स शिक्षा विभाग के विभागीय अधिकारी को जमा करने होंगे।  इसके तहत स्कूलों को ओएमआर-आधारित परीक्षा में प्राप्त अंकों को 23 मई से 30 मई के बीच जमा किया जाना चाहिए।  इसके अलावा यह अंक 26 मई से 2 जून के बीच मंडल मुख्यालय में जमा करना होगा। 

वहीं मध्य प्रदेश बोर्ड ने हाल ही में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 10वीं 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।  यहां बोर्ड परीक्षाएं 30 अप्रैल से आयोजित थीं।  एमपी बोर्ड की 10वीं 12वीं की परीक्षाएं 30 अप्रैल से शुरू होनी थीं।  इसके तहत 30 अप्रैल से 10वीं और 1 मई से 12वीं की परीक्षाएं आयोजित की जानी थीं लेकिन अब इन्हें आगे बढ़ा दिया गया है।  

वहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक अब ये बोर्ड परीक्षाएं जून में होंगी। इसके अलावा बता दें कि महाराष्ट्र और दिल्ली में सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं टालने की मांग होने लगी है।  हाल ही में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से अपील की है कि सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं कैंसिल कर देनी चाहिए।