पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं।  अब तक तीन चरणों की वोटिंग हो चुकी है और 4 चरणों की वोटिंग अभी बाकी है। इन चरणों के लिए सत्तारूढ़ सरकार तृणमूल कांग्रेस और भाजपा  के बीच  कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। अभी देश में 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव खत्म हो गए हैं और परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे। बंगाल मे 8 चरणों में चुनाव होने है जिसमें 3 चरणों के चुनाव हो चुके हैं। अभी चौथे चरण के चुनाव के लिए बंगाल में राजनीतिक दल चुनाव प्रचार करने में लगे हुए हैं।

बंगाल के  चुनावी रण में एक बहुत ही चौंकाने वाली चीज सामने आई है। जहां बंगाल के हावड़ा के तालाबों में स बार भारी मात्रा मे कमल खिल रहे हैं। कमल के खिलने से हावड़ा के इलाके के मुसलमानों में खुशी की लहर दौड़ गई है। कमल के फूलों की खेती करने वालों का कहना है कि मई तक चारों तरफ गुलाबी रंग के कमल ही नज़र आएंगे। बता दें कि कमल की खेती से राजनीतिक चुनावों का कोई वास्ता नहीं है।


बंगाल की फिजा में अभी चुनावी नारों के गूंज है। दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस के विपक्ष भाजपा का चिन्ह कमल का फूल है। वैसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बंगाल में कभी भी राजनीतिक कमल नहीं खिलने दे सकती है लेकिन दूसरी और किसान कमल के फूलों की खेती कर रहे चाह रहे हैं कि बंगाल में कमल की खेती भरपूर हो। अब कुदरती और राजनीतिक के झंझाल में ना फंस कर सीधी बात करें तो किसान कमल की खेती अच्छी होने से बहुत ही खुश हैं।