लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में कार्यरत यहां के कुछ पदाधिकारियों ने जनता दल (यूनाटेड) की विचारधारा के साथ चालने का निर्णय लिया और पार्टी के नेता नीतीश कुमार की नीतियों के प्रति आस्था जताते हुए पार्टी में शामिल हुए। 

जद-यू के प्रवक्ता सत्य प्रकाश मिश्रा ने कहा कि चिराग पासवान की झूठी खोखली राजनीति के खिलाफ लोजपा के कार्यकर्ता ही नाराज हैं और आज खिलाफ खड़े हो गए हैं और नीतीश कुमार के नीतियों के प्रति आस्था व्यक्त करते जा रहे हैं। बुझते चिराग पासवान से बेहतर उम्मीद क्या की जा सकती जिनको लोकतांत्रिक सरकार तालीबानी सरकार जैसा सूझता है। 

उन्होंने कहा कि लोजपा में कार्यरत पदाधिकारियों ने जनता दल (यूनाटेड) की विचारधारा के साथ चलने का निर्णय लिया और पार्टी की सदस्यता ली। इसमें खासकर दिल्ली के बुराड़ी विधानसभा के कार्यकर्ता और नेता अधिक संख्या में शामिल हुए। हाल ही में हुए बिहार विधान सभा चुनाव में लोजपा की करारी हार उसकी नीतियों और उसके नेता की हार है इसलिए बिहार से लेकर दिल्ली तक लोजपा के नेता कार्यकर्ता जदयू के साथ जुडते जा रहे हैं। दिल्ली में लोजपा के कार्यकर्ताओं का जदयू के संग जुडने से अगले वर्ष होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव में देखने को मिलेगी । दिल्ली में जदयू लगातार संगठन विस्तार के साथ साथ दिल्ली के सभी मुद्दों पर सरकार के सामने सवाल खड़े कर रही है जिससे लोजपा के कार्यकर्ता और नेता जदयू से जुडते जा रहे हैं । जद-यू नेता राकेश कुशवाहा , श्याम सत्यार्थी और एकनाथ ङ्क्षसह की मौजूदगी में लोजपा नेता योगेंद्र गोस्वामी सीमा देवी और विनोद भगत के नेतृत्व में लोजपा कार्यकर्ताओं ने जद-यू के दामन को थाम लिया।