/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2020/12/11/image-1607702474.jpg)
साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को सोमवार के दिन लगने वाला है। 14 दिसंबर को लगने वाला ये ग्रहण 15 दिनों के अंदर लगने वाला दूसरा ग्रहण है। ये पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। ये सूर्य ग्रहण किस समय और कहां-कहां दिखाई देगा, भारत में इसका क्या असर होगा और क्या इस ग्रहण में सूतक माना जाएगा या नहीं।
- भारतीय समयानुसार, ये ग्रहण शाम को 7 बजकर 3 मिनट से शुरू होगा और रात 12 बजकर 23 मिनट पर खत्म होगा।
- सूर्य ग्रहण की अवधि लगभग 5 घंटे की रहेगी।
- सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा.
- संध्याकाल में लगने की वजह से ये ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। भारत में नजर ना आने की वजह से ग्रहण काल के दौरान किसी भी तरह के कार्यों पर पाबंदी नहीं होगी।
क्या सूतक काल माना जाएगा?
14 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। भारत में नजर ना आने की वजह से इस बार सूतक के नियम (Sutak Kaal) नहीं माने जाएंगे। साथ ही ग्रहणकाल के दौरान मांगलिक कार्यों पर भी रोक नहीं लगेगी। सूतक काल मान्य ना होने की वजह से मंदिरों के कपाट बंद नहीं किए जाएंगे और ना ही पूजा-पाठ वर्जित होगी।
सूर्य ग्रहण खत्म होने पर करे ये उपाय
ग्रहण के बुरे प्रभावों से बचने के लिये महा मृत्युंजय मंत्र का जाप करें. ग्रहणकाल के बाद गंगाजल छिड़क कर घर का शुद्धिकरण कर लें. सूर्य ग्रहण के अगले दिन धनु संक्रांति है तो आप सूर्य से संबंधित कोई वस्तु दान करें. आप अगले दिन तांबा, गेहूं, गुड़, लाल वस्त्र और तांबे की कोई वस्तु दान कर सकते हैं.
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |