तुर्की में इन दिनों एक ऐसी खतरनाक चीज की सुनामी आई है जिसे लेकर राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन तक को सामने आना पड़ा है। यह एक खतरनाक रसायनिक-जैविक वस्तु है जिसको समुद्री थूक कहा जाता है। समुद्री थूक को मरीन म्यूसिलेज (समुद्री श्लेष्मा) भी कहते हैं। यह एक क्रीम जैसा चिपचिपा पदार्थ होता है। इस पर बैक्टीरिया वायरस पनपने की आशंका रहती है। साथ ही इसकी वजह से समुद्र के नीचे रोशनी और हवा नहीं जा पाती जिस वजह से समुद्री जीव मरने लगते हैं।

तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने कहा है कि वो जल्द ही इस समस्या का समाधान निकालेंगे और अपने लोगों को इस परेशानी से बचा लेंगे। क्योंकि समुद्री थूक की वजह से समुद्री जीवों और मछली व्यवसाय पर असर पड़ रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि वो पता करवा रहे हैं कि आखिर किस वजह से यह समुद्री थूक सामने आया। अगर यह प्रदूषण की वजह से हुआ तो उसका समाधान भी किया जाएगा। क्योंकि हमारे तट हमें साफ-सुथरे चाहिए।
इससे पहले ऐसी घटना साल 2007 में ग्रीस के एजियन सागर के पास देखी गई थी। मारमारा सागर में पनपे समुद्री थूक की मात्रा बहुत ज्यादा है। इतिहास में पहली इतनी बड़ी मात्रा में समुद्री थूक निकला है। ऐसा लगता है कि यह समुद्री थूक की सुनामी है। जिसने मारमारा सागर के तटों को अपने कब्जे में कर लिया है।