लखीमपुर खीरी हत्याकांड (Lakhimpur Kheri massacre) मामले पर संयुक्त किसान मोर्चा (samyukta kisan morcha) की ओर से शनिवार को आगे की रणनीति की घोषणा की गई और एक बार फिर अपनी मांगों को दोहराते हुए कहा कि, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए। वहीं, हत्या के आरोपी मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish mishra) (मोनू) और उसके सहयोगियों (जिनमें सुमित जयसवाल और अंकित दास के नाम सामने आए हैं) को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।

किसानों ने साथ ही यह भी साफ कर दिया है कि यदि 11 अक्टूबर तक संयुक्त किसान मोर्चा   ( samyukta kisan morcha) की मांगों को स्वीकार नहीं किया गया तो संयुक्त किसान मोर्चा  (samyukta kisan morcha)  देशव्यापी विरोध कार्यक्रम की शुरूआत करेगा। किसान नेता योगेंद्र यादव ने बताया कि, 12 अक्टूबर को देश भर में शहीद किसान दिवस मनाया जायेगा। वहीं उत्तर प्रदेश और देशभर के किसानों से अपील करते हैं कि 12 अक्टूबर को तिकोनिया, जिला लखीमपुर खीरी में शहीद किसानों की अंतिम अरदास (भोग) में सम्मिलित होकर उन्हें श्रद्धांजलि दें।

देश के सभी किसान संगठन उस दिन अपने-अपने स्थान पर गुरुद्वारा, मंदिर, मस्जिद, चर्च या किसी सार्वजनिक स्थल, टोल प्लाजा या मोर्चा पर शहीद किसानों के लिए विशेष प्रार्थना या श्रद्धांजलि सभा आयोजित करें। उस दिन शाम को मोमबत्ती मार्च आयोजित किए जाएं। उन्होंने आगे कहा कि, देश के सभी न्यायप्रिय नागरिकों से यह अपील है कि वह उस शाम को पांच शहीदों की याद में पांच मोमबत्ती अपने घर के बाहर जलाएं। 

अंतिम अरदास के बाद लखीमपुर खीरी से शहीद किसानों के अस्थि कलश लेकर शहीद किसान यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले और देश के प्रत्येक राज्य के लिए अलग-अलग अस्थि कलश लेकर शुरू की जाएगी। इस यात्रा का समापन हर जिले और राज्य में किसी पवित्र या ऐतिहासिक स्थान पर किया जाएगा। वहीं 18 अक्टूबर को देश भर में सुबह 10 बजे से 4 बजे तक रेल रोको आंदोलन आयोजित किया जाएगा। साथ ही 26 अक्टूबर को संयुक्त किसान मोर्चा लखनऊ में लखीमपुर कांड के विरोध में एक किसान महापंचायत का आयोजन करेगा।