/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2020/12/07/bharat-band-1607323365.jpg)
किसानों का कल भारत बंद है जिसके तहत कई आपातकालीन सेवाओं को छूट रहेगी। गौरतलब है कि संसद से पारित नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 12वां दिन है। किसानों ने अपने आंदोलन को और तेज करते हुए 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। लेकिन इस दौरान कई आपातकाली सेवाओं को इसमें छूट दी जाएगी।
किसान संगठनों के मुताबिक 8 दिसंबर को सुबह 8 बजे से शाम तक भारत बंद इस दौरान सभी दुकानें और कारोबार बंद रहेंगे। हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में सभी मंडियां बंद रहेंगी, लेकिन शादी के कार्यक्रमों को बंद से छूट दी गई है। एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाओं को भी छूट रहेगी।
किसान नेताओं के मुताबिक 8 दिसंबर का भारत बंद शांतिपूर्ण रहेगा। किसी को भी हिंसक होने की इजाजत नहीं दी जाएगी और यदि किसी ने हिंसा की कोशिश की तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए गुजरात के 250 किसान बंद को समर्थन देने के लिए दिल्ली आएंगे।
किसान संगठनों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार उनकी मांगें नहीं मानेगी तो वे अपने आंदोलन को और तेज कर देंगे। दिल्ली पहुंचने वाली सड़कें पूरी तरह बंद कर दी जाएंगी। किसी को भी दिल्ली से बाहर आने-जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के भारत बंद के दिन यानी 8 दिसंबर आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। हालांकि मंडियां बंद रहेंगी, तो दैनिक चीजों की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।
स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि भारत बंद सुबह से शाम तीन बजे तक रहेगा। इस दौरान दूध-फल-सब्ज़ी पर रोक रहेगी। शादियों और इमरजेंसी सर्विसेज़ पर किसी तरह की रोक नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हम अपने रुख पर अडिग हैं। सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना ही होगा।
भारत बंद को कांग्रेस, TRS, द्रमुक, शिवसेना, समाजवादी पार्टी, NCP, TMC, RJD, AAP और वामदलों ने भी अपना अपना समर्थन जताया है। इनके अलावा दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने भी बंद का समर्थन किया है। हालांकि आरएसएस से जुड़े भारतीय किसान संघ (BMS) ने इस बंद से अलग रहने की घोषणा की है।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |