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दिल्ली के अंदर अब उपद्रवी नहीं घुस सकेंगे क्योंकि सड़कों पर तार व बाड़ लगा दी गई है। हालांकि राजधानी की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है। प्रदर्शन मुख्य रूप से गाजीपुर बॉर्डर पर केंद्रित हो गया है, मगर सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में आंदोलनकारी मौजूद हैं। किसान यूनियनों ने घोषणा की कि वे 6 फरवरी को तीन घंटों के लिए (दोपहर 12 से 3) 'चक्का जाम' करेंगे।
बजट 2021 के प्रावधानों पर चिंता जताते हुए 'संयुक्त किसान मोर्चा' ने कहा कि 6 फरवरी को स्टेट और नैशनल हाइवे ब्लॉक किए जाएंगे। किसी तरह की अप्रिय स्थिति से बचने के लिए धरनास्थलों को पूरी तरह आइसोलेट कर दिया गया है। उनके आस-पास कई लेयर की बैरिकेडिंग करके ऊपर कंटीली तारें बिछा दी गई हैं। सड़क पर टायर किलर्स लगाए गए हैं। इसके अलावा भारी तादाद में पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात है।
दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर अभूतपूर्व नाकेबंदी की है। धरना स्थल फ्लाईओवर की सभी चारों लेन पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाली रोड पर खासतौर पर 6 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है। सबसे पहली और दूसरी लेयर में लोहे के बैरिकेड्स हैं और उसके ऊपर कंटीली तारें। तीसरी लेयर में कंक्रीट के 3 फुट ऊंचे 2 स्लैब्स को आमने- सामने रखकर उनके बीच में लगभग 2 फुट ऊंचाई तक सीमेंट और कंक्रीट का मसाला भरा गया है, जो 3 फुट ऊंची ढेड़ फुट चौड़ी दीवार बन गई है। इसके बाद के 2 लेयरों में लोहे के बैरिकेड्स लगे हुए है।
टीकरी बॉर्डर पर भी लगातार किलेबंदी की जा रही है। आज भी जेसीबी से सीमेंट के बड़े बड़े बोल्डरों को सड़क पर रखने का काम चल रहा है। सड़क पर स्लैब के साथ ही बैरिकेडिंग और कील लगाने का काम भी चल रहा है।
किसान आंदोलन के चलते गाजीपुर बॉर्डर बंद है। आउटर रेंज के ऐडिशनल सीपी (ट्रैफिक) ने कहा है कि लोग आनंद विहार, चिल्ला, डीएनडी, अप्सरा, भोपरा और लोनी बॉर्डर के जरिए आ-जा सकते हैं। वहीं, सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षाबल तैनात किया गया है।
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