कोरोना महामारी के कारण छात्रों के लिए कक्षाएं इस साल बाधित हुईं।  हालांकि ताजा रिपोर्टों से पता चलता है कि कक्षा 10 और 12 के छात्रों को प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए 15 दिसंबर के बाद स्कूल बुलाया जा सकता है।  रिपोर्टें यह भी बताती हैं कि केंद्रीय विद्यालय स्कूल इन प्रैक्टिकल परीक्षाओं को शुरू करने की योजना के साथ तैयार हैं।  अब वे वे छात्रों को छोटे समूहों में बुलाने जा रहे हैं और उस समय केवल प्रैक्टिकल परीक्षा का काम किया जाएगा। 

यह बताया गया है कि केंद्रीय विद्यालय स्कूलों को इस संबंध में क्षेत्रीय स्तर पर एक योजना तैयार करने के लिए कहा गया है।  दूसरी ओर, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने देश भर के छात्रों के साथ बातचीत की, जहाँ उन्होंने देश भर के स्कूलों को फिर से खोलने की बात क। . उन्होंने कहा कि भले ही 12 राज्यों के स्कूलों को हाल ही में फिर से खोला गया है, लेकिन छात्रों की उपस्थिति बहुत कम है। 

गौरतलब है कि केंद्रीय विद्यालय संगठन ने स्कूलों को इससे पहले 21 सितंबर में भी खोलने की योजना बनाई थी. लेकिन अभिभावकों की सहमति न मिल पाने से इसे टाल दिया था. देश भर में करीब 1,250 केंद्रीय विद्यालय और 650 नवोदय विद्यालय हैं, जिनमें करीब 15 लाख छात्र पढ़ते हैं. 

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने अपने लाइव वेबिनार के दौरान कहा कि , सीबीएसई प्रैक्टिकल परीक्षाएं स्कूल स्तर पर आयोजित की जाती हैं।  यदि छात्र प्रैक्टिकल सत्र लेने में सक्षम नहीं होते हैं, तो सरकार इस पर विचार करेगी।  हालांकि, देश भर के छात्र सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि इस वर्ष महामारी के कारण कोई पढ़ाई का काम नहीं हो पाया है। 

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बीते दिनों देश के सभी स्कूलों को खोले जाने के दौरान अपनाए जाने वाले सुरक्षा मानकों का भी एलान किया है।  इसमें छात्रों के लिए पूरे समय मास्क पहनना और दो गज की दूरी को अनिवार्य किया गया है।  साथ ही लंच और पानी की बोलत के साथ सैनिटाइजर को भी अनिवार्य रूप से लाना होगा। 

अभिभावकों की अनुमति का प्रमाण पत्र साथ लाने वाले छात्रों को ही थर्मल स्क्रीनिंग के बाद स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा।  हालांकि अभी भी ज्यादातर राज्य स्कूलों को खोलने को लेकर उहापोह में हैं। वहीं केंद्र ने साफ किया है कि स्कूलों को खोलने के लिए राज्यों की अनुमति जरूरी होगी। 

इन सुरक्षा प्रोटोकॉल का करना होगा पालन

- स्कूल में छात्रों को पूरे समय मास्क पहनना होगा

- कक्षा में दो गज की दूरी बनाए रखनी होगी

- लंच और पानी की बोतल के साथ सैनिटाइजर लाना जरूरी

- अभिभावकों की मंजूरी का प्रमाण पत्र भी साथ में रखना होगा

- स्कूल में प्रवेश से पहले छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी.