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आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई के विधायकों तथा अन्य नेताओं ने अमरिंदर सरकार द्वारा सरकारी नियमों की उलंघना करके कांग्रेसी विधायकों के बेटों को सरकारी नौकरियां देने के फैसले के खिलाफ आज मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया। इस मौके पर आप पार्टी के विधायक प्रिंसिपल बुद्धराम, मीत हेयर, कुलतार सिंह संधवां, जय कृष्ण सिंह रोड़ी, अमरजीत सिंह सन्दोआ यूथ विंग के सह प्रधान अनमोल गगन मान, खजांची नीना मित्तल उपस्थित थे।
इन नेताओं ने आरोप लगाया कि कैप्टन सिंह ने पिछले चुनाव से पहले लोगों से घर घर नौकरी देने का वायदा किया था और अब वो केवल कांग्रेसी नेताओं के बेटे-बेटियों को सरकारी नौकरियां देकर वायदा पूरा कर रहे हैं। आम जनता के बेटे-बेटियों को रोजगार मेलों के नाम पर परेशान किया जा रहा है। आप नेताओं ने कहा कि अमरिंदर सरकार ने अपने कार्यकाल में पहले सांसद रवनीत बिट्टू के भाई को डी.एस.पी की नौकरी दी। अब कांग्रेसी विधायक फतेहजंग बाजवा के बेटे को डी.एस.पी, विधायक राकेश पांडे के बेटे को तहसीलदार, वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और विधायक कुलदीप सिंह वैद्य के बेटे को ए.जी आफिस में नियुक्त करने के लिए सिफारिश की है।
आप नेताओं ने कहा कि देश के लिए शहीद होने वाले सरदार ऊधम सिंह के परिवार के सदस्य दिहाड़ी करने को मजबूर हैं। जिन बच्चों के अरबपति पिता एम.एल. ए. बन गए, मुख्यमंत्री को ऐसे बच्चे जरूरतमन्द नजर आते हैं। बहबल कलां-कोटकपूरा गोलीकांड में शहीद होने वालों के परिवार को कौन कौन सी नौकरी दी है। कैप्टन सरकार ने मोदी की तर्ज पर पकौड़े बेचने को भी रोजगार बना दिया है। पंजाब के नौजवान बेरोजगारी के कारण या तो नशे की दलदल में फंस रहे हैं या लाखों रुपए खर्च कर विदेश में अपना भविष्य बनाने के लिए जा रहे हैं। पंजाब पांच सबसे अधिक बेरोजगारी वाले प्रदेशों में शामिल है।
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