पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran khan) भी कंगाली के मुहाने पर पहुंच गए हैं। वो अपने घर का खर्च तक नहीं चला पा रहे हैं। इस वजह से वो अपने राजनीतिक सहयोगियों से हर महीने लाखों रुपये उधार ले रहे हैं। इमरान खान की पार्टी पीटीआई (PTI) के पूर्व सदस्‍य सेवानिवृत्‍त जज वजीहूद्दीन अहमद ने यह चौंकाने वाला खुलासा किया है। वजीहूद्दीन के इस खुलासे के बाद से पाकिस्‍तान में राजनीतिक माहौल गरम हो गया है। इमरान के करीबी सहयोगी जहांगीर खान तारीन पर यह पैसा देने का आरोप लगा है। हालांकि, तारीन ने इसका खंडन किया है लेकिन वजीहूद्दीन अपने दावे पर कायम हैं।

तारीन के मानहानि का मुकदमा करने की धमकी पर वजीहूद्दीन ने पलटवार किया और कहा कि अगर कोई मानहानि का मुकदमा करना चाहता है तो उन्‍हें निश्चित‍ रूप से ऐसा करना चाहिए क्‍योंकि कोर्ट के दरवाजे खुले हुए हैं। वजीहूद्दीन ने यह बात एमक्‍यूएम के ऑफिस में कराची में की जहां वह अज्ञात कारणों से मिलने गए थे। इससे पहले वजीहूद्दीन ने दावा किया था कि तारीन इमरान खान के घर का खर्च चलाने के लिए हर महीने 50 लाख रुपये देते हैं।

हालांकि फिलहाल वजीहूद्दीन ने अपने बयान के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया है। उन्‍होंने कहा कि यह मानना पूरी तरह से गलत है कि पीएम इमरान खान वित्‍तीय रूप से ईमानदार हैं। उनकी हालत यह है कि वह पिछले कई सालों से अपने घर का खर्च नहीं चला रहे हैं। वजीहूद्दीन के बयान का तारीन ने खंडन किया है और कहा कि उन्‍होंने इमरान खान के घर बनीगाला को चलाने के लिए एक पैसा तक नहीं दिया है।

जहांगीर तारीन एक विवाद‍ित बिजनसमैन हैं और उनके पास चीनी की कई मिल हैं। वजीहूद्दीन ने कहा कि बिजनसमैन तारीन के पास उनके बयान का खंडन करने के अलावा और कोई विकल्‍प नहीं है। उन्‍होंने कहा कि ये खर्चे कहीं दर्ज नहीं होते हैं और इसी वजह से इसका खंडन करना आसान होता है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज ने कहा कि तारीन के खिलाफ चीनी घोटाले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।